
*हिंदू धार्मिक यात्राएं 2025 की सुरक्षा पर उठे सवाल, महंत मनोज शर्मा ने केंद्र सरकार से सुरक्षा की मांग की*
चंडीगढ़। विश्व हिंदू परिषद चंडीगढ़ (पंजाब प्रांत) के पूर्व सोशल मीडिया प्रभारी महंत मनोज शर्मा जी ने वर्ष 2025 की हिंदू धार्मिक यात्राओं को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की धार्मिक यात्राएं प्रारंभ हो चुकी हैं, और इन यात्राओं में सम्मिलित होने वाले हिंदू नेताओं की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।
महंत मनोज शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा तैयार किया गया आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-खालसा पहले ही कई हिंदू नेताओं को जान से मारने की धमकी दे चुका है। इसके बावजूद आज तक इस संगठन का एक भी आतंकवादी पकड़ा नहीं गया है, जो कि चिंता का विषय है।
उन्होंने आशंका जताई कि धार्मिक यात्राओं के दौरान भीड़ का फायदा उठाकर आतंकवादी, स्थानीय चोरों, लुटेरों, नशेड़ियों और असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर, हिंदू नेताओं को निशाना बना सकते हैं। ऐसी स्थिति में धार्मिक स्थलों की यात्रा कर रहे नेताओं की जान को गंभीर खतरा हो सकता है।
महंत मनोज शर्मा ने कहा, "सरकार को चाहिए कि जो हिंदू नेता अपने शहर से बाहर धार्मिक कार्यों के लिए जाएं, उन्हें केंद्र सरकार द्वारा सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। खासकर उन लोगों को प्राथमिकता दी जाए जिन्हें आतंकी धमकियां मिल चुकी हैं और जिन्हें अब तक किसी भी कारणवश सुरक्षा नहीं मिल पाई है।"
उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें स्वयं भी लश्कर-ए-खालसा की ओर से जान से मारने की धमकी मिली हुई है, लेकिन अब तक उन्हें किसी भी स्तर पर कोई सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई है। उन्होंने कहा कि वे हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जुलाई 2025 में धार्मिक यात्रा पर निकलेंगे।
महंत मनोज शर्मा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से अपील करते हुए कहा कि वे इस विषय को गंभीरता से लें और उन सभी हिंदू नेताओं को सुरक्षा प्रदान करें जो देश के अलग-अलग हिस्सों में सनातन धर्म की सेवा हेतु यात्रा करते हैं।