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काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में गिरा प्राचीन वट वृक्ष अनिष्ट की आशंका से सहमे लोग
वाराणसी:। काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के निकट में स्थित है अक्षयवट हनुमान मंदिर। यह मंदिर काशी के प्राचीन मंदिरों में से एक है और साथ ही इस मंदिर से लगा वट वृक्ष भी सदियों प्राचीन है किंतु आज विश्वनाथ मंदिर परिसर की सुरक्षा और पीएसपी कम्पनी के लापरवाही के कारण वहां स्थित अक्षयवट वृक्ष ढ़ह गया।
स्थानीय लोगों ने इस मामले का विरोध किया तथा महंत परिवार की तरफ से सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर इस मामले पर अपना विरोध जताने की बात कही है, और अनिष्ट की आशंका व्यक्त की है।
इस संबंध में जब स्थानीय विधायक और सूबे के धर्मार्थ कार्य मंत्री श्री नीलकंठ तिवारी से बात करने का प्रयास किया गया किंतु विधायक जी से बात नहीं हो सकी,पौराणिक काल से भारत में गया, प्रयागराज,उज्जैन,हरिद्वार,और काशी में वटवृक्ष है।
गया में वटवृक्ष के नीचे पिंडदान, प्रयागराज में वटवृक्ष के निचे सर मुंडाने और काशी में वटवृक्ष के निचे दंडी स्वामी को भोजन कराने का अपना महत्व है, साथ ही वट वृक्ष का महत्व हमारे प्राचीन धर्म ग्रंथो मे भी वर्णित है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार मंदिर प्रशासन और कार्यदायी संस्था की लापरवाही से इस वृक्ष को गिरने से बचाया नहीं जा सका, इस घटना को लेकर काशी वासियों में रोष व्याप्त है।