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जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा विशेष

🌸 जगन्नाथ रथ यात्रा विशेष
तिथि: 7 जुलाई 2025 (आषाढ़ शुक्ल द्वितीया)
🔱 पर्व का महत्व:
जगन्नाथ रथ यात्रा उड़ीसा के पुरी नगर में भगवान श्रीजगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा जी के भव्य रथों में नगर भ्रमण का पर्व है। यह सनातन धर्म का अत्यंत पावन एवं ऐतिहासिक उत्सव है।
🔷 मुख्य तथ्य:
स्थान: श्रीमंदिर, पुरी (ओडिशा)
देवता: श्रीजगन्नाथ (भगवान विष्णु/कृष्ण), बलभद्र, सुभद्रा
रथ:
नन्दी घोष – भगवान जगन्नाथ का रथ (16 पहिए)
तालध्वज – बलभद्र जी का रथ (14 पहिए)
दर्पदलन – सुभद्रा जी का रथ (12 पहिए)
🕉️ धार्मिक मान्यता:
मान्यता है कि इस दिन भगवान जगन्नाथ अपने ननिहाल (गुंडिचा मंदिर) जाते हैं। भक्तगण रथ को खींचने का सौभाग्य प्राप्त कर पुण्य अर्जित करते हैं।
🌺 विशेष बातें:
रथ खींचना अत्यंत पुण्यदायक माना गया है।
यह यात्रा लगभग 3 किमी तक चलती है।
9 दिनों तक भगवान गुंडिचा मंदिर में विश्राम करते हैं।
यात्रा के बाद 'बहुदा यात्रा' से भगवान पुनः श्रीमंदिर लौटते हैं।
🌟 रथ यात्रा का आध्यात्मिक संदेश:
यह यात्रा जीवन यात्रा का प्रतीक है – आत्मा का परमात्मा से मिलन। रथ शरीर है, रथ खींचने वाले हमारी इच्छाएँ और इन्द्रियाँ हैं। भगवान का पथ आध्यात्मिकता का पथ है।
📿 भक्ति भाव से करें यह जप:
🔸 “जय जगन्नाथ! सबका कल्याण करो नाथ!”
🔸 “हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ।”
🙏 संदेश:
जगन्नाथ रथ यात्रा हमें सिखाती है कि भगवान सभी के हैं – जाति, वर्ग, धर्म, भाषा से परे। यह प्रेम, समर्पण और सेवा का उत्सव है।
राष्ट्रीय स्वाभिमान संगठन (ट्रस्ट )कोटा राजस्थान
कार्यालय:- 57 अशोका कॉलोनी , रोझड़ी कोटा राजस्थान
मोबाइल नंबर :- 800 32 21 376

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