
प्रतिभा सेतु UPSC: असफलता के बाद भी एक नया अवसर
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। हर साल लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन बहुत कम अभ्यर्थी अंतिम रूप से चयनित हो पाते हैं। ऐसे में कई प्रतिभाशाली अभ्यर्थी, जो थोड़े से अंतर से चूक जाते हैं, उनके कौशल और मेहनत व्यर्थ न जाएं — इस उद्देश्य से भारत सरकार ने “प्रतिभा सेतु” योजना शुरू की है।
क्या है प्रतिभा सेतु योजना?
प्रतिभा सेतु एक अनूठी योजना है, जो UPSC में शामिल हुए लेकिन अंतिम मेरिट सूची में स्थान नहीं बना पाने वाले अभ्यर्थियों को एक नया मंच प्रदान करती है। इस योजना के तहत चयन प्रक्रिया में अंतिम चरण (इंटरव्यू) तक पहुंचे अभ्यर्थियों की जानकारी एक विशेष पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाएगी। इस पोर्टल के माध्यम से सरकारी विभाग, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (PSU), निजी कंपनियां, और अन्य संस्थाएं योग्य अभ्यर्थियों से सीधे संपर्क कर उन्हें उपयुक्त पदों पर नियुक्त करने में सक्षम होंगी।
योजना के मुख्य उद्देश्य
1. योग्य अभ्यर्थियों के कौशल का लाभ उठाना
2.असफलता से निराश अभ्यर्थियों को नए करियर अवसर देना
3.सार्वजनिक व निजी क्षेत्र में प्रतिभाशाली युवाओं की कमी पूरी करना
4.एक पारदर्शी, योग्य उम्मीदवार डेटाबेस तैयार करना
किसे मिल सकता है लाभ?
प्रतिभा सेतु योजना के अंतर्गत वे अभ्यर्थी शामिल किए जाएंगे, जिन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में इंटरव्यू स्तर तक प्रगति की, लेकिन अंतिम रूप से चयनित नहीं हो पाए।
अभ्यर्थियों के लिए क्या है फायदा?
इस योजना से अभ्यर्थियों को एक नया आत्मविश्वास मिलता है कि उनके प्रयास व्यर्थ नहीं जाएंगे। साथ ही, उन्हें सार्वजनिक क्षेत्र के अलावा निजी क्षेत्र में भी बेहतर अवसर मिल सकते हैं।
निष्कर्ष
प्रतिभा सेतु UPSC योजना भारत के प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों के लिए एक नई आशा है। इस योजना के जरिए न केवल युवाओं को बेहतर अवसर मिल रहे हैं बल्कि राष्ट्र के विकास में उनका कौशल बेहतर रूप से उपयोग किया जा सकेगा।
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