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आयुर्वेद विभाग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में में राष्ट्रपति हुयी शामिल। देहरादून से योग का वैश्विक संदेश: राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा – योग भारत की चेतना, विरासत और सॉफ्ट पावर का प्रतीक

आयुर्वेद विभाग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में में राष्ट्रपति हुयी शामिल।


देहरादून से योग का वैश्विक संदेश: राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा – योग भारत की चेतना, विरासत और सॉफ्ट पावर का प्रतीक



देहरादून: आज दिनांक 21 जून 2025,
शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन, रेस कोर्स, देहरादून में माननीय मुख्य अतिथि, भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी की गरिमामई उपस्थिति में सामूहिक योग अभ्यास सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय राज्यपाल उत्तराखंड, ले० ज० गुरमीत सिंह जी, PVSM, YUSM, AVSM, VSM, से० नि० की सौभाग्यशाली उपस्थिति प्राप्त हुई। कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार की ओर से माननीय वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री सुबोध उनियाल जी उपस्थित रहे। इस अवसर पर माननीय सांसद श्री तीरथ सिंह रावत जी, पूर्व मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल जी, माननीय राज्य मंत्री श्री पुनीत मित्तल जी, लोक गायिका पद्मश्री बसंती बिष्ट जी, माननीय राज्यमंत्री श्री प्रताप सिंह पवार जी, माननीय राज्यमंत्री श्रीमती मधु भट्ट जी, माननीय मुख्य सचिव श्री आनंद वर्धन जी, माननीय DGP श्री दीपम सेठ जी, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण कुमार त्रिपाठी जी, तथा सभी वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में लगभग 1500 योग साधकों ने प्रतिभाग किया, योग साधकों में पुलिस विभाग से, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, रेड क्रॉस सोसाइटी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून कार्यालय, नेहरू युवा केंद्र, श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय, नगर निगम देहसटून, जिला कमांडेंट होमगार्ड्स, हिमालायीय आयुर्वेदिक परास्नातक संस्थान, तथा अन्य क्षेत्रों के प्रतिभागी सम्मिलित रहे। कार्यक्रम का आयोजन आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग द्वारा जिला प्रशासन देहरादून के सहयोग से किया गया। ।। वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस "एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग की थीम पर मनाया जा रहा है।


प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ० डी० सी० पसबोला ने जानकारी देते हुए बताया कि माननीय राष्ट्रपति महोदय का स्वागत देव संस्कृति विश्वविद्याय के छात्रों द्वारा शंखनाद एवं स्वस्ति वाचन के साथ किया गया। कार्यक्रम का आरंभ, सभी प्रतिभागियों द्वारा खड़े हो कर उत्तराखंड पुलिस की बैंड की धुन के साथ राष्ट्रगान द्वारा किया गया। तत्पश्चात माननीय राष्ट्रपति महोदया द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया गया। सत्र में कॉमन योग प्रोटोकॉल का अभ्यास किया गया जिसमे खड़े हो कर किए जाने वाले आसान, बैठ कर किए जाने वाले आसान लेट कर किए जाने वाले आसान एवं प्राणायाम का अभ्यास किया गया। मुख्य अभ्यास के बाद आयुष विभाग के योग अनुदेशकों द्वारा विशिष्ट योग अभ्यास का रोमांचक प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर माननीय मुख्य सचिव महोदय द्वारा माननीय राष्ट्रपति महोदया को स्मृति चिन्ह के रूप में विजय एवं पवित्रता के प्रतीक "शंख" को भेंट स्वरूप प्रदान किया गया।


इस अवसर पर माननीय वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल जी द्वारा अपने उद्धोधन में बताया गया की ।। वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देश की पहली योग नीति प्रकाशित की जा रही है जिसे राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। इस प्रकार उत्तराखंड योग नीति लागू करने वाला देश का पहला राज्य हो गया है। उन्होंने बताया की इस नीति के माध्यम से सस्कार की योग क्षेत्र में प्रशिक्षण, शिक्षा एवं रोजगार के अवसर प्रदान करने के संकल्प के निर्वहन की योजना है। सरकार योग को जन जन को सुलभ एवं व्यावहारिक बनाने के साथ इसे वृहद स्तर पर प्रचारित एवं प्रसारित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से आज योग 167 देशों में मानवता एवं आरोग्य का सन्देश दे रहा है, इस अवसर पर उन्होंने माननीय राष्ट्रपति महोदया की उपस्थिति को गौरवशाली क्षण बताते हुए सभी योग साधकों का धन्यवाद दिया।


डॉ० पसबोला ने आगे बताया कि इस अवसर पर माननीय राज्यपाल महोदय ने इस अवसर को सौभाग्यशाली बताया। कि योग देश की वह प्राचीनतम सांस्कृतिक विरासत है जो पूरे राष्ट्र को जोड़ रही है। हमारा देश आज पूरे विश्व में आरोग्य, शांति एवं समरसता का प्रतीक बन गया है तथा उत्तराखंड राज्य देवभूमि होने के साथ साथ योग भूमि के रूप में में भी पहचान प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कि योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य अपितु मानसिक चेतना को भी आलोकित करता है। योग का उद्देश्य मन, बुद्धि एवं आत्मा में भी संतुलन स्थापित करना है। अतः उन्होंने प्रदेश के नागरिकों का आवाह्न किया कि वे नियमित रूप से योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कहा कि एक तरफ जहां आसन अनुशासन का विज्ञान है वहीं ध्यान, धारणा एवं समाधि हमारी आत्मा के अनुशासन का विज्ञान है। यह हमारे निर्णय लेने की शक्ति एवं क्षमता को स्थापित करता है। योग हमारी सांस्कृतिक विरासत है, यह पूरे समाज को जोड़ती है। योग में वह क्षमता है जो भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित कर सकने में सक्षम है।


इस अवसर पर माननीय राष्ट्रपति महोदया द्वारा ने कहा कि योग पूरे मानवता की साझा धरोहर है तथा पूरे विश्व को एक साथ जोड़ने के उद्देश्य से अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है। योग को सही रूप में समाज को उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी योग क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों की है साथ ही इस सांस्कृतिक संपदा को सुरक्षित रखने का दायित्व हम सभी पर है। योग रोगों से बचाव के साथ साथ हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है तथा कई
रोगियों को बेहतर जीवन हेतु सहायक भी है। उन्होंने आवाह्न किया कि हम सभी स्वयं भी योग को नियमित रूप से अपनाएं तथा अन्य लोगों को भी इसे अपने जीवन में नियमित रूप से अपनाने को प्रेरित करें।


अंत में इस भव्य कार्यक्रम समापन राष्ट्रगान‌ की धुन‌ के साथ हुआ। जिसे पुलिस की बैंड द्वारा बजाया गया। कार्यक्रम का संचालन हेमन्त बिष्ट, मनीष पंत एवं पारूल शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजक आयुष विभाग की पूरी टीम अपर आयुष सचिव डॉ विजय कुमार जोगदण्डे के नेतृत्व में संयुक्त निदेशक डॉ आर पी सिंह, डॉ जी सी एस जंगपांगी, डीएयूओ देहरादून डॉ मिथिलेश कुमार, अपर डीएयूओ डॉ सविता कोठियाल के निर्देशन में सभी चिकित्सा एवं फार्मेसी अधिकारियों एवं अन्य सहयोगियों कर्मचारियों के साथ तथा जिला प्रशासन की पूरी टीम डीएम सविन बंसल के नेतृत्व में सीडीओ अभिनव शाह, अपर डीएम के के मिश्र, एस डी एम हर गिरी के साथ जनपद के समस्त विभागों के अधिकारी, पुलिस प्रशासन की पूरी टीम कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु पूर्ण तत्परता के साथ तैनात रही।
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डॉ० डी० सी० पसबोला
☎️: 9456113538
मीडिया प्रभारी एवं‌ आई टी सेल इंचार्ज
आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग,
जिला देहरादून, उत्तराखंड
पिन: 248005

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