
बारिश ने इस बार बता दिया है कि हमारे शहर का क्या हाल होगा?
इस बार बारिश ने बरेली वालों को जता दिया कि मानसून क्या होता है
इस साल की बारिश ने बरेली वालों को मानसून का असली मतलब बता दिया है। जहाँ हर साल कुछ फुहारें आती थीं और मौसम सुहाना बन जाता था, वहीं इस बार बादल कुछ ज़्यादा ही मेहरबान हो गए।
शहर की गलियों में पानी ही पानी है, और कई जगह तो सड़कों का नामो-निशान तक मिट गया है। ऐसा लग रहा है जैसे हर गली, हर नुक्कड़ एक अस्थायी नदी बन चुकी हो। लोग अपने घरों में कैद हैं, और जिनका बाहर निकलना ज़रूरी है, वे जूते की जगह चप्पलों से, छतरी की जगह पॉलीथिन से काम चला रहे हैं।
नगर निगम और प्रशासन भले ही दावा कर रहे हों कि "व्यवस्था दुरुस्त है", लेकिन बारिश ने सच्चाई को नंगा कर दिया है। नालियाँ पहले ही ओवरफ्लो हो चुकी हैं, और गड्ढे ऐसे भर गए हैं कि पानी में उनका कोई अता-पता नहीं।
पर हर परेशानी के बीच भी बरेली वालों की मुस्कान कम नहीं हुई। बच्चे बारिश में खेलते नज़र आए, चाय की दुकानों पर भीड़ लगी रही, और सोशल मीडिया पर “बरेली में मानसून LIVE” ट्रेंड करने लगा।
साफ है —
इस बार बारिश सिर्फ भीगी नहीं, बल्कि सबको जता गई कि असली मानसून क्या होता है।