
कोर्ट में बलात्कार मामले - तारीख पर तारीख देने से अच्छा एक समय बाद केस बंद हो। न्याय व्यवस्था स्वीकार करें, हम न्याय देने में असमर्थ हैं।
FIR- 378/2019 Shipra path Thana Mansarover Jaipur Rajasthan
Court- ACMM1 Jaipur metro 2
घटना- अक्टूबर 2015
FIR दर्ज -मई 2019
कोर्ट में प्रस्तुत -
आगामी तारीख मामले में 17/06/2025
अपराधी को पकड़ा न जाना। पुलिस का पुनः जांच रिपोर्ट प्रस्तुत न करना पिछले दो साल से बताता है कि बलात्कार शायद सबकी मर्जी से होते हैं क्योंकि उद्देश्य औरत को सबक सिखाना होता है कि सिर उठाकर जीने का अधिकार किसने दिया और अव्यवस्था पर बोलने का अधिकार किसने दिया।
यदि सामाजिक सोच यही है तो औरत को बचपन से बताया जाना चाहिए कि पढ़ने और आगे बढ़ने का मतलब विद्रोह माना जायेगा और तुम्हें प्रताड़ित किया जायेगा।
यदि बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ का नारा देश का नारा है तो व्यवस्थाएं भी वैसी ही होनी चाहिए। बलात्कार की शिकायत को न सुना जाना और न्याय न देना , इस नारे से मेल नहीं खाते।
आगामी तारीख 17 जून 2025 है। क्या शिप्रा पथ थाना कोर्ट में प्रस्तुत करेगा या इस बार भी बहाने के साथ एक तारीख लेकर चला जायेगा।
पीड़ित प्रतिकर योजना की बात की जाती है ऐसे मामलों में। झूठ है ये। फार्म भरवाए जाते हैं और आफिस में रख लिए जाते हैं बताया ही नहीं जाता कि कार्यवाही क्या हुई।
https://youtube.com/shorts/ieBQy2Y-19o?si=hFjstqTWfVegaJxY
https://youtube.com/shorts/EM-_r7Vt61s?si=N-BO3o1Jvu6qHlCy
हमें न्याय मिलेगा या नहीं कोर्ट स्पष्ट नीति अपनाये और समय सीमा तय करें । नहीं तो केस बंद करें हमसे कहे कि न्याय देना सम्भव ही नहीं।