logo

बेगूसराय पुलिस पर उठ रही है सवाल कानून व्यवस्था की उड़ रही धज्जियां सवालों के घेरे में है जिला पुलिस अधीक्षक

बेगूसराय पुलिस पर उठ रही है सवाल
कानून व्यवस्था की उड़ रही धज्जियां
सवालों के घेरे में है जिला पुलिस अधीक्षक

हाल के दिनों में बेगूसराय पुलिस अपनी कार्यशैली को लेकर गहन चर्चा और विवादों के घेरे में आ गई है। मामला यह है कि आम जनता को यहां तो झूठे मुकदमे का खामियाजा भुगतान पर रहा है। जान से मारने की धमकियां मिल रही है। या फिर उन्हें अपनी जान गमाकर इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। पुलिस बेशक इन मामलों में करी करवाई के दावे कर रही है। परंतु उनके ही कुछ कर्मियों द्वारा इन दावों की पोल खोली जा रही है ।और अब यह मुद्दा सियासी गलियों में भी गरमा गई है। बेगूसराय में लगातार बढ़ रहे हैं अपराधियों।तो उन्हें जहां पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है वहीं कई घटनाओं में पुलिस में सवालों के घेरे में आ गई है फिर भी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ गुनहगारों को सलकों के पीछे भी भेजा है। फिर भी व्यवस्था के मोर्चे पर पुलिस में फुट पर नजर आ रही है यही कारण है कि आम जनता ही नहीं बल्कि इसका खमियाजा सता और विपक्ष दोनों पुलिस पर हमलावर हो रहे हैं । इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह फिर भाजपा नेता अमित देव और अब की विधायक श्री सुर्यकांत पासवान ने पुलिस की लापरवाही पूर्ण कार्य शैली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इनका मानना है कि बेगूसराय में कानून व्यवस्था की सीधी लता का मुख्य कारण पुलिस का अपराधिक कैसे 60 घाट और संरक्षण है जिसके परिणाम स्वरुप अपराधी देखो होकर किसी भी घटना को अंजाम दे रहा है इस संरक्षण का ही परिणाम है कि हाल ही में बेगूसराय के शहपुर कमाल थाना क्षेत्र में अपराधियों ने हम पार्टी के एक नेता का अपहरण कर हत्या कर दी और दूसरी और छोड़ ही था ना क्षेत्र में अपराधियों ने एक प्राइवेट शिक्षक की निर्मम तरीके से गला रेट कर हत्या कर दी और बिंदवाना यह है कि पुलिस सब उठाने के लिए अमीन से सपोर्ट की जमीनों की घंटे तक नवी करती रही वहीं तीसरी तरफ बेगूसराय के बकरी थाना क्षेत्र में शराब कारोबारी द्वारा स्थानीय विधायक नेता अमित देव की जान से मारने की साजिश से रचना की बात एक ऑडियो क्लिप के जरिए वायरल हो रही है ।इस मामले में भाजपा नेता अमित देव ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बखरी डीएसपी द्वारा शराब कारोबारी से मिली भगत के कारण अपराधी उनकी हत्या की साजिश से रच रहे हैं ।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सभी सबूत होने के बावजूद अपराधी पर कार्रवाई करने के बजाय डीएसपी कुंदन ने अपनी और शराब कारोबारी की जान बचाने के लिए बखरी थाना के टाइगर पुलिस कर्मियों को ही झूठे आरोप में जेल भिजवा दिया है। जो की गहन जांच का विषय है। इस मामले में स्थानीय की विधायक श्री सुर्यकांत पासवान ने भी बखरी डीएसपी पर ऐसी ही गंभीर आरोप लगाया है। इतना ही नहीं विधायक ने बिहार के डीजीपी से मिलकर ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में एक आचार्य जनक मोर तब आया जब विधायक सूर्यकांत पासवान ने कहा कि शराब कारोबारी द्वारा उनकी छवि धूमिल करने के लिए एआई टेक्नोलॉजी के तहत एक लड़की के साथ उनकी अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल की गई है। इस संबंध में उन्होंने एसटी एसी एक्ट थाना और स्थानीय डीआईजी आशीष भारती मिलकर निष्पक्ष जांच उपरांत सख्त कार्रवाई की मांग की है दूसरी ओर इस मामले में गिरफ्तार टाइगर पुलिस कर्मियों ने भी बखरी डीएसपी की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाते हुए। कहा कि डीएसपी ने अपनी और शराब कारवाइयों की जान बचाने के लिए उन बेगूनाहो को जबरन झूठे मुकदमे में फंसा दिया जिसके कारण उन्हें जेल जाना पड़ा आप को याद दिला दे इससे पहले बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बेगूसराय पुलिस की लचर व्यवस्था को लेकर न केवल बड़ा सवाल खड़ा किया था बल्कि पुलिसकर्मियों को फटकार लगाते हुए कहा था कि वह जानबूझकर इस तरह की कार्यशाली अपना रहे हैं अपराधी के साथ-साथ गाथा अपने कन्या अधिकारी पर भी नक़ल कसने की आवश्यकता है अब देखना है महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस प्रशासन इस बिगृति स्थिति को सुधारने के लिए क्या ठोस कदम उठा रही है बिहार के डीजीपी महोदय बेगूसराय में बिगड़ते कानून व्यवस्था को सुधार करने के लिए क्या अपने पुलिस पदाधिकारी पर नकेल कस रहे हैं या दिन प्रतिदिन ऐसी अपराधी घटना को देखने के लिए नजरे बिछाए हुए हैं।

22
282 views