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113 वे दिन भी जिला कलेक्ट्रेट पर जे के मजदूरो का बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर धरना जारी रहा।

कोटा इटावा, 10 जून /मंगलवार को भी सरकार से बकाया वेतन की मांग को लेकर 113 वे दिन भी जे के मजदूरो का धरना जो जिला कलेक्ट्रेट पर 18 फ़रवरी से चल रहा है जारी रहा।
सीटू के मिडिया प्रभारी मुरारीलाल बैरवा ने जानकारी देते हुए बताया की धरने का संचालन कामरेड हनुमान सिँह ने किया।
धरने को सम्बोधित करते हुए जे के मजदूर नेता कामरेड हबीब खान, कामरेड उमाशंकर, कामरेड नरेंद्रसिंह कामरेड अली मोहम्मद, किसान नेता कामरेड दुलीचंद बोरदा ने कहा सरकार ने किसानों की जमीन को यह कहकर अधिग्रहण किया था की जमीन पर उद्योग लगाएंगे ओर उद्योग मे आपको काम दिया जायेगा उस समय किसानों से अधिग्रहण की हुई जमीन पर शर्तो के मुताबिक जे के उद्योग का निर्माण किया गया जे के सिंथेटिक के नाम से ओर उन्ही किसानों ओर आसपास के बैरोजगार युवाओं को रोजगार दिया गया ज़ब जे के फैक्ट्री का कारोबार बढ़ा ओर मजदूरो ने वेतन वृद्धि की मांग की तो जे के मालिक द्वारा मजदूरो का शोषण किया जाने लगा ज़ब मजदूरो की ताकत बड़ी ओर कोटा मे लाल झंडे की ताकत मजबूत हो गई तो उस समय की सरकार को मजदूरो से खतरा होने लगा की कही सत्ता पर मजदूर वर्ग काबिज ना हो जाये इसी सडयंत्र के चलते सरकार ने जे के सिंथेटिक के मालिक के साथ मिलकर मुनाफे मे चलने के बावजूद भी फैक्ट्री को बन्द करके मजदूरो की बढ़ती ताकत को कोटा मे खत्म करने की साजिस रची ओर बिना मजदूरो को वेतन चुकाये जे के सिंथेटिक के मालिक ने फैक्ट्री को बन्द कर दिया अपना रोजगार खत्म करने के विरोध मे मजदूरो सरकार के खिलाफ आंदोलन किया की फैक्ट्री को वापस चालू कराकर हमें रोजगार दो ओर हमारा बकाया वेतन भुगतान कराओ मजदूरो के आंदोलन के दबाव मे सरकार ने जे के सिंथेटिक के मालिक से फैक्ट्री चलाने के लिए वार्ता की सरकार ओर जे के मालिक ने साजिस स्वरूप आराफ़ात पेट्रोकेमिकल्स प्रा. लि. को जे के फैक्ट्री शर्तो के आधार पर चलाने के लिए लीज पर दी जिसमे मुख्य मांगे रखी गई थी की आराफ़ात एक साल के अंदर फैक्ट्री को चलाकर पुराने सभी मजदूरो को रोजगार देगा फैक्ट्री पूर्व कार्यरत सभी 4200 मजदूरो का बकाया वेतन भुगतान करेगा ओर फैक्ट्री की सभी मशीनों का रखरखाव देखभाल सही से करेगा अगर एक साल के भीतर फैक्ट्री को चलाकर मजदूरो को रोजगार ओर बकाया वेतन भुगतान नहीं किया गया तो सरकार ने जो आराफ़ात से लीज डीड की है स्वतः ही समाप्त मानी जायेगी ऐसी कडीसन रखने के बाद भी आराफ़ात ने फैक्ट्री चालू भी नहीं किया ओर ना हीं मजदूरो का बकाया वेतन भुगतान किया उलटे फैक्ट्री की हजारों करोड़ रुपयों की मशीनों को चोरी करके लें गया जिसपर जिला प्रशासन ओर सरकार ने कोई कार्यवाही अभी तक नहीं की है सीटू के मजदूर नेताओं ने मजदूरो के बकाया वेतन भुगतान को लेकर 27 साल कानूनी ओर मैदानी लड़ाईया लड़ी ओर जीत हासिल की मजदूरो के संघर्ष ओर मांगो को सुप्रीम कोर्ट ने सही मानते हुए मजदूरो के पक्ष मे वर्ष 2023 मे फैसला देते हुए राजस्थान सरकार को आदेश जारी करते हुए कहा की आराफ़ात ने लीज डीड की शर्तो को पूरा नहीं किया इसलिए सरकार को चाहिए की मजदूरो का बकाया वेतन भुगतान करने के लिए आराफ़ात पेट्रोकेमिकल्स प्रा. लि. से फैक्ट्री को मशीनों सहित फैक्ट्री की जमीन को सरकार अपने अधीन करके मजदूरो 27 साल से फैक्ट्री की तरफ शेष 250 करोड़ रुपयों से अधिक को जे के फैक्ट्री के 4200 मजदूरो /कर्मचारियों मे फैक्ट्री बन्द के समय से ब्याज जोड़कर भुगतान करे। लेकिन 2 साल निकलने के बाद भी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना नहीं की इसलिए मजदूर होकर जे के मजदूरो ने बकाया वेतन भुगतान के लिए सरकार से सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना करवाने के लिए सयुक्त बैठक बुलाकर धरने पर बैठने का निर्णय लिया ओर 18 फ़रवरी 2025 से जिला न्यायाधीश के सामने चेतावनी देते हुए धरने पर बैठे की ज़ब तक हमारा बकाया वेतन भुगतान नहीं किया जाता ओर मजदूरों के हित मे सुप्रीम कोर्ट के आदेश को सरकार लागु नहीं करेगी तब तक जे के सभी मजदूरो अपने परिवार की महिलाओ बच्चोँ सहित धरने पर बैठे रहेंगे इसी का नतीजा है की आज धरने का 113 वा दिन यह धरना मजदूर आंदोलन मे एक इतिहास रचेगा बन्द कारखानों के मजदूरो का सवसे बड़ा आंदोलन साबित होगा निश्चय ही सरकार को झुकना पड़ेगा ओर फैक्ट्री की मशीनों की चौरी करने वाले आराफ़ात को जेल मे डालने साथ ही बकाया वेतन भुगतान भी करना पड़ेगा।
किसान मजदूर नेताओं ने कहा सरकार इस भ्र्म मे ना रहे की जे के मजदूर अकेले है इनके साथ कोटा जिले के समस्त किसान मजदूर ओर आमजनता संघर्ष मे साथ खडे है कंधे से कन्धा मिलाकर जल्द की राज्य स्तर पर सरकार को घेरने की तैयारियां मजदूर किसान संगठन के केंद्र ओर राज्य स्तरीय नेता कर रहे है इसका नतीजा सरकार को भुगतना पड़ेगा।
113 वे दिन धरने को जे के मजदूर नेता कामरेड हबीब खान, कामरेड उमाशंकर, कामरेड नरेंद्र सिँह, किसान नेता कामरेड दुलीचंद बोरदा, कामरेड अली मोहम्मद,महिला नेता रोशिया खान, रहीसा बानो,, कामरेड लटूरलाल बैरवा, रमाकांत तिवारी, शिशुपाल, गिरजा शंकर पांडे, केदार जोशी, प्रेमशंकर आदि मजदूर नेताओं ने सम्बोधित किया।
धरने मे सैकड़ीजे के मजदूर ओर सीटू के सदस्य अपने परिवार की महिलाओ बच्चोँ के साथ मौजूद रहे।

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