
रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बाघ के हमले में मंदिर के चौकीदार की मौत
राकेश अग्रवाल संवाददाता
सवाई माधोपुर: प्रदेश के सबसे बड़े रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बाघ ने सोमवार को फिर एक जिंदगी छीन ली. रणथंभौर में टाइगर ने जैन मंदिर के चौकीदार को मार डाला. करीब पौने दो माह में टाइगर अटैक में यह तीसरी मौत है. मंदिर चौकीदार की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने सवाई माधोपुर-कुंडेरा मार्ग जाम कर दिया. उधर अगले आदेश तक रणथंभौर का गणेश मंदिर मार्ग बंद कर दिया गया.
मुख्य वन संरक्षक अनूप के आर ने बताया कि रणथंभौर दुर्ग स्थित गणेश मंदिर के पास ही जैन मंदिर है. जैन मंदिर में तीन चौकीदार हैं. इनमें एक राधेश्याम माली (70) सोमवार सुबह करीब साढ़े चार बजे शौच करने निकला, तभी टाइगर ने हमला कर दिया. उसकी चीख सुनकर साथी दोनों चौकीदारों ने वन विभाग को सूचना दी. विभाग की टीम ने मंदिर के निकट खून के छींटे देखकर राधेश्याम की तलाश की. खून के निशान देखकर करीब 30 मीटर दूर गए तो उसका शव मिल गई. शव के पास राधेश्याम की लाठी व टॉर्च मिले. वन कर्मचारियों ने शव सामान्य चिकित्सालय की मोर्चरी पहुंचाया. हालांकि किस टाइगर ने हमला किया, यह अभी पता नहीं चला. मुख्य वन संरक्षक ने कहा कि जल्द दुर्ग में विचरण करने वाले टाइगर अन्यत्र एनक्लोजर में शिफ्ट किए जाएंगे. विभाग ने तैयारी कर ली है।
20 साल से चौकीदार: बताया जा रहा है कि राधेश्याम करीब 20 साल से रणथंभौर दुर्ग के जैन मंदिर में चौकीदार था. वह खिलजीपुर का निवासी था. सूचना मिलते ही मृतक के परिजन व बड़ी संख्या में ग्रामीण गणेश धाम स्थित रणथंभौर के प्रवेश द्वार पहुंचे. गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ नारे लगाए. धरने पर बैठ गए. ग्रामीणों ने गणेश धाम पर सवाई माधोपुर-कुंडेरा मार्ग जाम कर दिया. वन अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया. ग्रामीण बोले—वन अधिकारियों का पूरा ध्यान पर्यटन पर है, ना कि टाइगर की मॉनिटरिंग पर. इस वजह से हाल में टाइगर हमले में तीसरी जान गई है.
गर्दन दबोची: मृतक चौकीदार राधेश्याम की गर्दन पर टाइगर के दांतों के निशान मिले हैं. बताया जा रहा है कि टाइगर ने शरीर का हिस्सा खाया है. साथी चौकीदार के अनुसार, घटना सुबह 4:30 बजे की है, जब राधेश्याम मंदिर से शौच के लिए निकला. तब उसके हाथ में टॉर्च और लाठी थी. अचानक से टाइगर को सामने देखा तो लाठी से बचाव की कोशिश की, जो नाकाम रही.
टाइगर ने छीनी तीन जिंदगियां: गौरतलब है कि गत तीन माह में रणथंभौर दुर्ग व आसपास 15 से अधिक टाइगर व शावकों का मूवमेंट है. रणथंभौर दुर्ग में लगातार बाघिन रिद्धि व तीन शावक, बाघिन एरोहेड व दो शावक का मूवमेंट है. माना जा रहा है कि इनमें ही किसी टाइगर ने राधेश्याम पर हमला किया है. गौरतलब है कि इसी वर्ष 16 अप्रैल को टाइगर के हमले में सात वर्षीय कार्तिक सुमन और 11 मई को रेंजर देवेंद्र चौधरी की मौत हो गई।