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मुंबई, गोरेगांव पश्चिम में सार्वजनिक स्थानों पर लोगों का कब्जा... प्रशासन सो रहा है


मुंबई, 8 जून 2025 | संवाददाता विशेष
गोरेगांव पश्चिम स्थित प्रसिद्ध भारत रत्न राजीव गांधी गार्डन, जो स्थानीय निवासियों के लिए हरियाली और सुकून का प्रमुख केंद्र रहा है, अब गैरकानूनी कब्जों की चपेट में आ चुका है। गार्डन के चारों ओर लगातार अवैध निर्माण और अतिक्रमण बढ़ते जा रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इस बारे में स्थानीय नागरिकों ने BMC और प्रशासन को सबूतों सहित कई बार शिकायतें दीं, पर आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।


प्रशासनिक चुप्पी पर सवाल

स्थानीय निवासी मानते हैं कि प्रशासन की यह निष्क्रियता जानबूझकर की जा रही है। कुछ लोगों का तो यहाँ तक कहना है कि अवैध कब्जाधारियों को सरकारी तंत्र की मौन सहमति प्राप्त है, वरना इतने दिनों से शिकायत के बावजूद कार्रवाई न होना संभव नहीं है।


नागरिकों में आक्रोश

गार्डन के आस-पास रहने वाले नागरिकों में गहरा आक्रोश है। स्थानीय निवासी श्री राकेश वर्मा कहते हैं:

"हमने बीएमसी को फोटो, वीडियो और दस्तावेज़ी प्रमाण के साथ कई बार शिकायतें भेजीं हैं, लेकिन एक बार भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया। यह पर्यावरण और नागरिक सुविधा के साथ खुला खिलवाड़ है।"


गौरव गार्डन की हालत बिगड़ती जा रही है

जहां कभी बच्चों की हँसी और बुजुर्गों की चहल-पहल गूंजती थी, वहां अब बड़े-बड़े अस्थायी ढांचे और निर्माण सामग्री नजर आती है। हरियाली कट रही है, और सार्वजनिक संपत्ति निजी स्वार्थों की भेंट चढ़ रही है।


न्याय की माँग

स्थानीय लोगों ने अब राज्यपाल और उच्च न्यायालय से हस्तक्षेप की अपील की है। वे चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और जिम्मेदार अधिकारियों तथा अतिक्रमणकारियों पर सख्त कार्रवाई हो।


क्या BMC जागेगी? या एक और हरित क्षेत्र भ्रष्टाचार की बलि चढ़ेगा?
यह सवाल अब पूरे गोरेगांव में गूंज रहा है।


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