
ब्लाइंड मर्डर का हुआ खुलासा पिलखुवा पुलिस व जनपदीय स्वाट टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए अभियुक्त को किया गिरफ्तार
थाना पिलखुवा पुलिस व जनपदीय स्वाट टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए थाना क्षेत्रान्तर्गत सिखेडा बम्बे में सूटकेश में मिले एक अज्ञात महिला के शव की घटना का सफल अनावरण करते हुए एक अभियुक्त को किया गिरफ्तार।
जिनके कब्जे से मृतका का सामान (एक बैक पास बुक, एक चैक, एक केवाईसी फार्म, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड), 02 मोबाइल फोन व घटना में प्रयुक्त कार बरामद ।
> गिरफ्तार अभियुक्त सतेन्द्र ने अवैध सम्बन्धों के शक एवं उधार लिये रुपये ना दे पाने के कारण चुन्नी से गला घोटकर की थी नीलेश की हत्या।
थाना पिलखुवा क्षेत्रांर्तगत सिखेडा बम्बे में सूटकेश में एक अज्ञात महिला का शव मिला था, उक्त सूचना पर तत्काल उच्चाधिकारीगण, फॉरेंसिक टीम व स्थानीय पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया था तथा शव की शिनाख्त कर घटना में संलिप्त अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी अनावरण करने हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा टीमें गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थे।
हापुड़ पुलिस द्वारा जनपद में अपराध की रोकथाम एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत थाना पिलखुवा पुलिस व जनपदीय स्वाट टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए थाना पिलखुवा पर पंजीकृत मु0अ0सं0 314/25 धारा 103 (1)/238 बीएनएस 3(2)5 एससी/एसटी एक्ट का सफल अनावरण करते हुए एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है, जिसके कब्जे से मृतका का एक बैंक पास बुक, एक चैक, एक केवाईसी फार्म, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड व घटना में प्रयुक्त कार बरामद हुई है एवं अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ करने पर बताया कि मृतका और मैं आपस में प्यार करते थे जब मृतका को किडनी की बीमारी थी तो वह धर्मशिला अस्पताल दिल्ली में भर्ती रही थी, मैं उसके पास अस्पताल में मिलने जाता था जहां पर मेरी उसके पिताजी और भाइयों से भी मुलाकात हुई थी तथा मृतका नीलेश ने अपने घर वालो से मुझे अपना दोस्त बताया था। मैं पिछले वर्ष अक्तूबर में पटियाला में हल्दीराम के रैस्टॉरेंट के निर्माण के सम्बन्ध में कम्पनी की तरफ से गया था जहां मैं लगभग 5 महीने रहा था उस दौरान जब मैं रात्रि में मृतका नीलेश के फोन न0 पर कॉल करता तो उसका फोन अक्सर बिजी आता था तो मुझेबहुत बुरा लगता था जिस पर मुछे शक होता था कि वह किसी और व्यक्ति के सम्बन्ध में आ गयी है तभी से हमारे बीच मन मुटाव चल रहा था जिसके बाद मैं दिल्ली आ गया था और नीलेश से मिलने पर कई बार उसके फोन को चैक करने की कोशिश की परन्तू उसमें लॉक लगा रखा था फोन चैक नहीं करने देती थी दिनांक 28.05.25 को नीलेश मुझसे मिलने दोपहर मेरे कमरे पर आयी थी, मैने नीलेश से 5.25 लाख रुपये उधार लिये थे जिनसे मैने कार खरीद ली थी तथा वह उधार दिये रुपये में से 02 लाख रूपये मांग रही थी मेरे पास उस वक्त पैसे नहीं थे मैने उससे पैसे वापस करने के लिये कुछ समय मांगा लेकिन वह मुझ पर उसी समय पैसे देने का दबाव बना रही थी तब गुस्से में आकर चुन्नी से उसका गला घोंट दिया जिससे मोके पर नीलेश की मृत्यु हो गयी। अपने कमरे पर रखे आसमानी रंग के स्टकेस मे नीलेश के शव को रखकर सटकेस बंद कर दिया और रात होने का इंतजार करने लगा। रात के लगभग 9 बजे मैनेअपना फोन भी बंद कर लिया और में रात के अंधेरे का फायदा उठाकर नीलेश के शव वाले सूटकेश को खींचकर बाहर गली मेखडी अपनी कार महिन्द्रा टीयूवी 300 कार रंग काला रजि०नंO DL 8CAR 3138 के पास ले जाकर सूटकेस को अपनी कार की डिग्गी मेरखकर नीलेश केशव को किसी अनजान जगह छिपाने के लिये चल दिया रास्ते में गाजीपुर के पास गंदे नाले मे मैने नीलेश का फोन तोडकर फेंक दिया. था तथा उसके बाद में दिल्ली से मुरादाबाद की तरफ चल दिया। इस रास्ते पर में पहले भी कई बार जा चुका था में टोल बचाने के लिए छिजारसी टोल से पहले राजवाहे की पटरी से होकर जाता था जहां पर काफी सुनसान जगह थी। जिसपर में इधर उधर जगह ढूंढता हुआ सिखैडा बम्बे के पास पहुंचा तो आसपास एकांत होने पर मैंने अपनी गाडी की डिगी से सूटकेश निकालकर रजवाहे मे फेंक दिया था।