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भारत-नेपाल पत्रकारों का अद्वितीय संगम: बहराइच में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन बना संवाद और समन्वय का सशक्त मंच

जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन बहराइच के तत्वावधान में नगर पालिका परिषद सभागार में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन ऐतिहासिक एवं विचारोत्तेजक बन गया। इस कार्यक्रम में पड़ोसी देश नेपाल से आए प्रतिष्ठित पत्रकारों सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए पत्रकारों ने शिरकत की। पत्रकारों के अधिकारों, पत्रकारिता की बदलती चुनौतियों और भारत-नेपाल के बीच मीडिया सहयोग पर विस्तार से चर्चा की गई।

इस विशेष आयोजन का संयोजन एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष आनंद प्रकाश गुप्ता और मंडल अध्यक्ष शादाब हुसैन के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम में सम्मानित पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और प्रबुद्धजनों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पधारे श्री रवि गिरि जी महाराज, जो कि श्री सिद्धनाथ पीठाधीश्वर एवं श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के प्रतिष्ठित संत हैं, ने पत्रकारों को शुभाशीर्वाद देते हुए पत्रकारिता को समाज का मार्गदर्शक बताया। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज का दर्पण होते हैं और उन्हें निष्पक्ष रहकर सच्चाई को उजागर करना चाहिए, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों।
कार्यक्रम को अपर पुलिस अधीक्षक रामानन्द कुशवाहा,विधायक महसी राम निवास वर्मा, विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया

कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व सदस्य श्री रजा हुसैन रिज़वी ने की। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है, न कि व्यवसाय। आज के डिजिटल युग में पत्रकारों के समक्ष जहां नई संभावनाएं खुली हैं, वहीं उन्हें कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। पत्रकारों की सुरक्षा, स्वतंत्रता और प्रशिक्षण जैसे मुद्दों पर समाज और सरकार को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।

इस सम्मेलन की सबसे विशेष बात रही नेपाल से आए पत्रकारों की भागीदारी। नेपाल के गोरखा टाइम्स के संपादक व प्रेस सेंटर नेपाल के केन्द्रीय सचिव श्री सिराज खान, उपाध्यक्ष सुश्री सबिता चन्द ठाकुरी, वरिष्ठ पत्रकार हरिहर सिंह राठौर, पूर्ण लाल चुके, और मीडिया विश्लेषक डॉ. डक्ट प्रसाद धिताल ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।

नेपाल से आए पत्रकारों ने दोनों देशों की साझा संस्कृति और पत्रकारिता के मूल्यों पर जोर देते हुए कहा कि मीडिया की कोई सीमा नहीं होती। श्री सिराज खान ने कहा कि “भारत और नेपाल के संबंध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से बेहद गहरे हैं। ऐसे आयोजनों से दोनों देशों के मीडिया के बीच संवाद, सहयोग और समझ का वातावरण बनता है।”

सुश्री सबिता चन्द ठाकुरी ने महिलाओं की पत्रकारिता में बढ़ती भागीदारी पर चर्चा की और महिलाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों ने पत्रकारिता के मौजूदा परिदृश्य, फेक न्यूज़ की समस्या, पत्रकारों की सुरक्षा, ग्राउंड रिपोर्टिंग में आने वाली दिक्कतों, और प्रेस की स्वतंत्रता जैसे ज्वलंत विषयों पर अपने विचार साझा किए। कई वक्ताओं ने स्थानीय पत्रकारों के लिए उचित मानदेय, पहचान और सरकारी सहयोग की मांग भी उठाई।

वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा कि ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों में कार्य कर रहे पत्रकारों को कई बार जोखिम उठाकर सच्चाई सामने लानी पड़ती है। ऐसे पत्रकारों के लिए सुरक्षा और सहयोग सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।

सम्मेलन के दौरान भारत और नेपाल की साझा सांस्कृतिक विरासत को भी प्रमुखता दी गई। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं जिसमें भारत-नेपाल की पारंपरिक लोक संस्कृतियों की झलक देखने को मिली।

कार्यक्रम में आए हुए सभी पत्रकारों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। आयोजकों ने कहा कि यह सम्मान केवल व्यक्ति विशेष का नहीं, बल्कि स्वतंत्र पत्रकारिता के प्रति समर्पित हर उस पत्रकार का है जो सच्चाई की लड़ाई में डटा हुआ है।

यह सम्मेलन भारत और नेपाल के पत्रकारों के बीच भविष्य में और अधिक सहयोग की संभावना को बल देने वाला सिद्ध हुआ। दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने मीडिया एक्सचेंज प्रोग्राम, साझा प्रशिक्षण कार्यशालाएं और पत्रकारों के लिए क्रॉस-बॉर्डर रिपोर्टिंग अवसरों को बढ़ावा देने पर सहमति व्यक्त की।
नेपाल से आए प्रतिनिधिमंडल ने बहराइच में मिली आत्मीयता और सम्मान के लिए आयोजकों का आभार जताया और आशा जताई कि भविष्य में ऐसे आयोजन नेपाल में भी किए जाएंगे, जहां भारतीय पत्रकारों को आमंत्रित किया जाएगा।
सम्मेलन का समापन आयोजकों द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। मंडल अध्यक्ष शादाब हुसैन ने कहा कि पत्रकारों की समस्याओं के समाधान के लिए एसोसिएशन निरंतर प्रयासरत रहेगा। इस तरह के आयोजन संवाद के नए रास्ते खोलते हैं और पत्रकारों को एकजुट होने का मंच प्रदान करते हैं।
जिला अध्यक्ष आनंद प्रकाश गुप्ता ने सभी अतिथियों, विशेषकर नेपाल से आए पत्रकारों और मीडिया प्रतिनिधियों का हृदय से आभार प्रकट किया और भविष्य में पत्रकारिता को सशक्त और सुरक्षित बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने का संकल्प दोहराया।
यह सम्मेलन सिर्फ एक औपचारिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह पत्रकारों के बीच वैश्विक समन्वय और सहयोग का प्रतीक बन गया। ऐसे आयोजनों से न केवल संवाद की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है, बल्कि सीमाओं के पार भी एक सशक्त और जिम्मेदार मीडिया की नींव रखी जाती है।

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