
कृत्रिम बुद्धिमत्ता में वैश्विक पहचान बना रहे प्रो. आशीष पाण्डेय: दासवानी डेंटल कॉलेज को दिलाया अंतरराष्ट्रीय मुकाम
कोटा (राजस्थान)।
प्रो. आशीष पाण्डेय, जो वर्तमान में दासवानी डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर, कोटा के प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं, आज भारत ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके हैं। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले स्थित नरहरिया एस्टेट के मूल निवासी प्रो. पाण्डेय ने विज्ञान, शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में ऐसे कीर्तिमान स्थापित किए हैं, जो पूरे देश के लिए प्रेरणास्पद हैं।
AI पर केंद्रित उनके 30 से अधिक शोधपत्र प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं, साथ ही वे दो महत्त्वपूर्ण पुस्तकों के लेखक भी हैं। प्रो. पाण्डेय ने 15 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेकर भारत की वैज्ञानिक प्रतिभा को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया है। हाल ही में उन्हें दो प्रमुख अंतरराष्ट्रीय फैलोशिप्स से नवाजा गया, जो उनके कार्य की विश्वसनीयता और महत्ता को दर्शाता है।
दासवानी डेंटल कॉलेज, जो अपने उच्च स्तरीय शैक्षणिक वातावरण, उत्कृष्ट क्लीनिकल प्रशिक्षण और शोध की गुणवत्ता के लिए जाना जाता है, प्रो. पाण्डेय के कुशल मार्गदर्शन में निरंतर प्रगति की राह पर अग्रसर है। कॉलेज की संस्थापक निदेशक डॉ. कांता दासवानी के नेतृत्व में संस्थान ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता की नई परिभाषाएं गढ़ी हैं।
प्रो. पाण्डेय के नेतृत्व में प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग ने उल्लेखनीय सफलताएँ अर्जित की हैं। विभाग के सह-शिक्षक प्रो. अंकित गालव, डॉ. मनीष, डॉ. रक्षिता और परिश्रमी पीजी छात्रों – डॉ. हरप्रिया, डॉ. शुभम, डॉ. अंचल, डॉ. कोमल, डॉ. युवराज, डॉ. निधि, डॉ. प्रदनया और डॉ. श्रेय – के संयुक्त प्रयास से विगत दो वर्षों में 45 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित किए गए हैं और 3 नवाचारों पर पेटेंट भी प्राप्त किए गए हैं।
शोध, नवाचार और उत्कृष्ट शिक्षण के इस समन्वय ने प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग को राष्ट्रीय मानचित्र पर एक अग्रणी केंद्र बना दिया है। प्रो. आशीष पाण्डेय और उनकी टीम की ये उपलब्धियाँ न केवल कोटा बल्कि समूचे भारत के लिए गर्व की बात हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी।