logo

सारणवास: ग्राम सारणवास में मृत्यु भोज का बहिष्कार कर समाज के लिए उदाहरण बने।

सारणवास: ग्राम सारणवास में मृत्यु भोज का बहिष्कार कर समाज के लिए उदाहरण बने।
मृत्यु भोज के रूप में होने वाली फ़िज़ूल खर्ची ने समाज में विकराल रूप धारण कर लिया है ऐसे में हाजी मजीत खां और उनके हनीफ खां मुस्ताक खां अहसान खां व अब्दुल सत्तार ने अपनी माता झंण्कार बानो के फातिहा के मोके पर किसी प्रकार का मृत्यु भोज ना करके उसके स्थान पर समाज की भलाई में पैसा खर्च करने का आह्वान किया। फातिहा के प्रोग्राम में आए मौलाना अब्दुल रशीद खां ने बताया कि मौत के मोके पर हर प्रकार की फ़िज़ूल खर्ची से समाज को बचना समय की मांग है। वहीं मौलाना अमीन मिस्बाही ने बताया कि मां बाप की सेवा उनके जीवित रहते करना अवश्य है ना कि मौत के पश्चात सात तरह के पकवान बनाकर।
साथ ही उन्होंने कहा कि मौत के पश्चात आपके माता-पिता की आत्मा आपके अच्छे कार्यों से खुश होती है।

168
28764 views