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नगर परिषद झालावाड़ राजस्थान द्वारा अतिक्रमण के नाम पर खानापूर्ति एवं गरीबों का शोषण

नगर परिषद झालावाड़ द्वारा अतिक्रमण के नाम पर गरीब, सब्जी वाले, फल वाले, थड़ी एवं ठेला लगाने वाले तथा सड़क के किनारे अपना छोटा-मोटा काम चलाने वाले मिस्त्री, मोची, फुटकर विक्रेताओं द्वारा अपना छोटा-मोटा व्यवसाय करके जीवन यापन करने वाले लोगों को अतिक्रमण के नाम पर हटाया जा कर फर्जी कार्रवाई की जाती है|
जहाँ अतिक्रमण हैं वहां नोटिस बोर्ड तो लगा दिए जाते हैं पर वास्तव में अतिक्रमण को हटाया ही नहीं गया है| ऐसा ही एक मामला झालावाड़ थाने के सामने पाटन रोड पर स्थित चोपड़ा मार्केट में अतिक्रमण कर लगाई गई दुकानों तथा कॉलोनी वालों द्वारा सरकारी भूमि पर बाउंड्री करके कब्जा कर लिया है यहां तक की कुछ प्लांट तो बिना रजिस्ट्री नक़्शे पट्टे के बेचे भी जा चुके हैं जो न्यायालय में विचाराधीन है या सरकारी भूमि के रूप में है जिसपर कार्यवाही के नाम पर केवल बोर्ड लगा दिए गई है अतिक्रमण मुक्त नहीं करवाया गया है| सरकारी कॉलोनी में 30 फीट के रोड थे परंतु नगर परिषद कर्मचारी के लापरवाही के चलते कई शिकायतों के बाद भी सड़क पर अतिक्रमण नहीं हटाया गया है इस संबंध में आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा समय-समय पर आरटीआई लगाकर सूचना मांगी गई है परंतु वास्तविक अतिक्रमण की सूचना नहीं दी जाती है नगर परिषद के अतिक्रमण दस्ते द्वारा बिना निर्माण स्वीकृति के मकान बनवाए जा रहे हैं | अतिक्रमण दस्ता केवल गाड़ी लेकर पूरे शहर में घूमता रहता है पर न तो अवैध निर्माण, अतिक्रमण, पेटा कास्ट भूमि तलाई की जमीन को चिन्हित करके अतिक्रमण मुक्त नहीं करवाया जाता है और न ही रेवेन्यू वसूल किया जाता है| इस सम्बन्ध में RTI कार्यकर्त्ता द्वारा RTI के माध्यम से कई अतिक्रमण की सूचना देकर सूचना चाही है पर आजतक कोई कार्यवाही नहीं की गई है| अवैध कालोनियां फल फूल रही हैं तालाब एवं पेटा कास्ट भूमियों पर अवैध कॉलोनी बसाई जा रही है, यहां तक की एनजीटी के आदेश के बाद भी नगर परिषद द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की है| जब दबाव पड़ता है तो अतिक्रमण के नाम पर दैनिक मजदूरी करने वाले गरीब व्यक्तियों के सामान को सड़क के किनारे दूकानदार द्वारा धुप से बचने के लियें छायां की जाती है जिसे जेसीबी द्वारा तोड़फोड़ कर फोटो खींचकर वहा-वही बटोरी जाती है जबकी बस स्नटैंड से लेकर मोटर गेराज, हरिनगर कॉलोनी, हल्दी घाटी खंडिया तालाब के पीछे, धनवाडा तालाब के पीछे, मदारी खां का तालाब, गोदाम की तलाई ,खंडिया चौराहे से लेकर पाटन रोड पर बिना निर्माण स्वीकृती एवं पेटा कास्ट भूमि पर अतिक्रमण कर मकान दुकान बनाये जा रहे है जिनपर कार्यवाही का कोई नामोनिशान नहीं है नगर परिषद् झालावाड़ का आलम यह है कि आरटीआई में सूचना देना ही पसंद नहीं करते हैं पूर्ण रूप से नगर परिषद झालावाड़ भ्रष्टाचार का केंद्र बनी हुई है|

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