बिना जीएसटी नंबर के फर्जी बिलों पर लाखों का भुगतान, शासन को हो रही भारी राजस्व हानि…
डिंडौरी| मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पंचायतों में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के तमाम प्रयासों के बावजूद जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। डिंडौरी जिले के जनपद पंचायत बजाग अंतर्गत ग्राम पंचायत खरगहना में एक नया मामला सामने आया है, जिसने पंचायत व्यवस्था की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
5 वें वित्त की राशि का ग्राम पंचायत खरगहना के सरपंच घनश्याम सरैया और सचिव गोवर्धन मरावी ने शासन के निर्देशों को दरकिनार करते हुए 36900 रुपये का भुगतान लकी कंप्यूटर एंड फोटोकॉपी नामक एक फर्म को कर दिया। यह भुगतान स्टेशनरी खरीदी के नाम पर सादे बिल के माध्यम से किया गया, जिसमें न जीएसटी नंबर था, न ही टिन नंबर। इतना ही नहीं, पोर्टल पर अपलोड किए गए अन्य कई बिल भी नियमों के विरुद्ध भुगतान किया गया हैं, जिनमें किराना सामग्री जैसी चीजों की खरीदी दर्शाई गई है।