चाचा नेहरू की जन्मस्थली में ही बच्चों के झूले का यह हाल देखकर चाचा नेहरू की आत्मा भी काप जाएगी
जी प्रयागराज का डंका पूरे विश्व में सरकार बज रही थी उसी प्रयागराज में कंपनी गार्डन के में बच्चों के झूले झूलने का प्रबंध देखकर लोग हैरान एवं परेशान हैं कि अपने बच्चों को झूला झूलने ले आए या ना ले आए कि यहां पर लगे अधिकांश झूले टूट गए हैं जिससे बच्चों को चोट लग सकती है और कोई अनहोनी घटना घट सकती है क्या सरकार इन झूलों की मरम्मत का कार्य नहीं करवा सकती क्या सरकार के पास इतना पैसा भी नहीं है कि वह झूलों की मरम्मत करवा सके जबकि प्रत्येक व्यक्ति से यहां₹5 का टिकट लिया जा रहा है उसके बावजूद भी झूठों का यह हाल देखकर पर्वत ही मन में ख्याल आया कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जो बच्चों से बहुत प्यार करते थे उनकी ही जन्मस्थल प्रयागराज की कंपनी गार्डन में झूलों की यह दशा देखकर क्या अंदाजा लगाया जा सकता है