
बांकलसर में श्मशान भूमि की न चार दिवारी और न आम रास्ता, झाडियों की भरमार,
-- छाया पानी की भी व्यवस्था नहीं, ग्राम पंचायत नहीं दे रही ध्यान :-
मोहनगढ - पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत बांकलसर में आए श्मशान भूमि की िस्थति दयनीय बनी हुई है। श्मशान भूमि इन दिनों आक, बबूल सहित अन्य जंगली झाडियों की भरमार देखने को मिल रही है। इस श्मशान भूमि की न तो चार दीवारी है और न ही किसी प्रकार का आम रास्ता बना हुआ है। जिसके चलते आमजन जरूरत के समय काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसको लेकर ग्रामीणों की ओर से कई बार ग्राम पंचायत से गुहार भी लगाई गई। उसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। बांकलसर के ग्रामीणों किशन सिंह राजपुरोहित, महादान सिंह राजपुरोहित, लीलू सिंह राजपुरोहित, अशोक सिंह राजपुरोहित, कमल सिंह राजपुरोहित, गेमर सिंह राजपुरोहित, हेम सिंह राजपुरोहित, प्रेम सिंह राजपुरोहित, तेजराज सिंह राजपुरोहित आदि का कहना था कि ग्राम पंचायत बांकलसर में श्मशान भूमि आई हुई है। इस भूमि पर झाडियों की भरमार देखने को मिल रही है। श्मशान भूमि जाने के लिए कोई आम रास्ता भी नहीं बना हुआ है। छाया की भी कोई व्यवस्था नहीं है। कई ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर श्मशान भूमि पर टीन शेड लगाकर छाया की व्यवस्था की जा रही है। पानी की व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायत की ओर से टांके भी बनाए जा रहे है। ग्रेवल डालकर आम रास्ता भी बनाया जा रहा है। मगर बांकलसर ग्राम पंचायत की ओर से कोई उचित कदम नहीं उठाए जा रहे है। इसको लेकर ग्रामीणों में काफी रोष देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि बांकलसर में आई राजपुरोहित समाज की श्मशान भूमि की चार दीवारी बनवाने, आने जाने के लिए ग्रेवल रोड़ बनवाने, छाया के लिए टीन शेड व पानी के लिए टांका बनवाया जाय।