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चित्तौड़गढ़।चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न चिकित्सा संस्थानो ने शुक्रवार को विश्व डेंगू दिवस आयोजित किया। डॉ ताराचन्द गुप्ता, सीएमएचओ ने बताया कि डेंगू रोग से बचाव/उपचार/नियंत्रण एंव उपचार के लिये मुस्तैदी से सतर्कता रखते हुये रोकथाम के कार्य करने की आवश्यकता है पढ़े चुण्डावत श्याम सिंह की खबर...🗞️🖋️

चित्तौड़गढ़।चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न चिकित्सा संस्थानो ने शुक्रवार को विश्व डेंगू दिवस आयोजित किया। डॉ ताराचन्द गुप्ता, सीएमएचओ ने बताया कि डेंगू रोग से बचाव/उपचार/नियंत्रण एंव उपचार के लिये मुस्तैदी से सतर्कता रखते हुये रोकथाम के कार्य करने की आवश्यकता है। प्रत्येक नागरिक को जागरूक रह कर अपने आस-पास की गंदगी को हटा साफ-सफाई रख कर डेंगू को रोका जा सकता है। मच्छरजनित बिमारीयो में मलेरिया, डेगू, चिकिनगुनिया आदि के समान लक्षण ही पाये जाते है। सामुदायिक साझेदारी से डेंगू जैसी बिमारी को दुर भगया जा सकता है।

सगोंष्ठी का आयोजन-
डॉ ताराचन्द गुप्ता, सीएमएचओ ने नर्सिग प्रशिक्षण केन्द्र पर अध्ययनरत छात्राओ को डेंगू रोग से बचाव, उपचार, नियंत्रण व रोकथाम के बारे में विस्तृत जानाकरी दी गई। उन्होने डेंगू के फैलाव को रोकने के लिये लार्वा प्रजनन स्त्रोतो को नष्ट करने के बारे में बताया, आस-पास सफाई रखने एंव साफ सुथरा वातावरण निर्माण की आवष्यकता पर बल दिया। संगोष्ठी में अनिल जोर्ज, कमलेष धाकड, कमलेश शाक्यवाल उपस्थित रहे।
खण्ड बैठक में आमुखीकरण डॉ पुनीत तिवारी, उपमुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) ने खण्ड निम्बाहेडा व खण्ड चित्तौडगढ में पहुच उपस्थित स्टॉफ को डेंगू नियंत्रण अभियान के बारे में बताया। उन्होने बताया कि जिले में विभाग मलेरिया-डेगु-चिकिनगुनिया नियंत्रण हेतु अभियान का अगाज कर रहा है, डेंगु दिवस से ही फिल्ड में एन्टीलार्वल गतिविधियो का संचालन प्रारम्भ किया जा रहा है।

गतिविधिया होगी आयोजित-
1. घर-घर सर्वे 2. एन्टीलार्वल गतिविधिया - अनुपयोगी पानी से भरे पात्रो को खाली कराना 3. कुलर, परिन्डे, अनुपयोगी पानी से भरे टायरो, गमलो से पानी को खाली कराना 4. नालियो में क्रुड आयॅल (जला हुआ तेल) डालना 5. रोग के सम्बन्ध में स्वास्थ्य शिक्षा देना 6. गन्दे पानी के समुचित निकास की व्यवस्था की सलाह देना 7. सप्ताह में एक दिन हर रविवार मच्छरो पर वार ड्राई डे के रूप में हेतु अनुरोध करना 8. तालाबो में गम्बुशिया डालना ।
रोग की सामान्यजानकारी
डेंगू - डेगू एडिज मच्छर, जो साफ पानी में पनपता है, के कारण होता है। यह रोग भी मच्छर द्वारा फैलता है।
डेगू रोग के सामान्य लक्षण
ऽ अचानक तेज बुखार, सिर में आगें की और तेज दर्द, ऑखो मे पीछे व ऑखों के हिलने मे दर्द, मांसपेशीयों व जोडो मे दर्द, स्वाद का पता न चलना, भुख न लगना, छाती व ऊपरी अंगो पर दाने निकलना आदि डेंगू रोग के लक्षण है।
डेंगू से बचाव के उपाय
अपने घर के आस-पास पानी एकत्रित न होने देवें। अनुपयोगी पानी को इकठ्ठा नही होन दे। रूके हुये पानी के जला हुआ मोबिल ऑयल या गम्बुशिया मछलियॉ डालें। कुलर व परिन्डे, पानी की टंकिया, गुलदस्तों के पानी को सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर पुनः भरे। पानी के पात्रों , टंकियों आदि ढक कर रखें। दिन के समय पूरी बाहों वाले कपडें पहनें व खुले अंगों पर सरसों का तेल या मच्छर निवारक क्रीम लगायें। सम्भव हो तो सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करे। सायंकाल घर में तथा पशुओं के ठाण में नीम के पत्तौ की धूणी जलायें। बुखार में कोई भी हो लापरवाही न बरते, बुखार आते ही नजदीकी चिकित्सा संस्थान पर जाकर चिकित्सक की सलाहनुसार खुन की जॉच करवायें।

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