
निपानिया से घाटाखेड़ी सड़क के नाम पर बचे हैं केवल गड्ढे और गिट्टी।
छबड़ा दिनांक 10 मई 2025
पिछली कांग्रेस सरकार में क्षेत्र की सड़कों के हाल बिल्कुल खस्ता रहे हैं,पिछले पांच सालों में कुछ आश भी नहीं थी कि सड़क बन जाएगी लेकिन जैसे ही प्रदेश में सरकार के बदलते ही लोगों को विश्वास हो गया कि जल्द ही सड़कों के हाल सुधर जाएंगे,लेकिन सरकार को डेढ़ साल के लगभग हो गए,अभी तक किसी भी उच्च अधिकारी ने सड़कों की सुध नहीं ली निपानिया से घाटाखेड़ी सड़क की, हालात ये है कि 30 मिनट का रास्ता तय करने में लगभग डेढ़ से दो घंटे लग जाते हैं,
सड़क बिल्कुल गड्ढों में तब्दील हो चुकी है,किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए छबड़ा तक आने के लिए ट्रैक्टरों को बड़ी सावधानी से चलाना पड़ता है,नहीं तो पता नहीं कब किस गड्ढे में पलटी मार जाए।गंभीर बीमार लोगों तथा प्रसूताओं को छबड़ा हॉस्पिटल तक पहुंचाने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है,वाहनों को कितना भी सावधानी से चलाओ फिर भी गड्ढों में बहुत परेशानी आती है,निपानिया घाटाखेड़ी सड़क छबड़ा को सीधा मध्यप्रदेश से जोड़ती है,मध्यप्रदेश बोर्डर के गांवों के किसान भी अधिकतर छबड़ा का ही बाजार करते हैं,फसलें भी छबड़ा मंडी में ही लाते हैं,राजस्थान के सेमला से मध्यप्रदेश के जामुनिया गांव के बीच लगभग एक डेढ़ किलोमीटर का रास्ता भी कच्चा है,वहां भी पक्की सड़क का निर्माण हो जाए तो मध्यप्रदेश से सीधा संपर्क जुड़ सकता है, लेकिन बरसात के पहले निपानिया से घाटाखेड़ी सड़क के पेचवर्क आदि कुछ ड्रेसिंग वगैरह का काम हो जाए तो,आवागमन सुलभ हो सकता है,
वैसे आगामी बजट में तो हम निपानिया से घाटाखेड़ी सड़क के चौड़ाईकरण की मांग रखते हैं, कि आगामी समय में सड़क का चौड़ाईकरण हो जाए तो, राजस्थान से मध्यप्रदेश के बीच आवागमन सुविधाजनक हो सकता है, जिसके फलस्वरूप छबड़ा के व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी।