
"शराब नहीं, संस्कार" अभियान से बदल रही है सामाजिक सोच, बेटियों ने दिखाई नई राह
प्रिया और रितिका ने कॉकटेल मुक्त विवाह कर पेश की मिसाल, ग्रामीण क्षेत्र विकास समिति की पहल ला रही बदलाव
नई टिहरी, 08 मई।
टिहरी जनपद के चंबा ब्लॉक और आसपास के क्षेत्रों में नशा मुक्ति को लेकर चलाया जा रहा "शराब नहीं, संस्कार" अभियान समाज में नई चेतना और बदलाव की दिशा में प्रभावी साबित हो रहा है। इस अभियान की शुरुआत ग्रामीण क्षेत्र विकास समिति, रानीचौरी के अध्यक्ष सुशील बहुगुणा की पहल पर की गई थी, जो अब जनआंदोलन का रूप लेने लगा है।
इस पहल से प्रेरणा लेकर ग्राम डारगी निवासी संगीता देवी और विनोद सिंह नेगी की बेटी प्रिया ने अपने विवाह को पूरी तरह शराबमुक्त रखने का संकल्प लिया। प्रिया ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि विवाह समारोह में शराब परोसी गई तो वह शादी नहीं करेगी। उनके इस दृढ़ निश्चय के आगे दोनों परिवारों ने सहमति दी और विवाह पूरी तरह कॉकटेल मुक्त रहा।
प्रिया की इस पहल को सम्मानित करते हुए राड्स संस्था की ओर से उन्हें नशा मुक्ति प्रेरक कार्य के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किया गया, साथ ही बारातियों का स्वागत पारंपरिक पिठाई भेंट से किया गया।
इसी प्रकार धारकोट गांव निवासी कुसुम देवी की बेटी रितिका ने भी अपने विवाह में शराब को पूर्णतः प्रतिबंधित कर एक सशक्त संदेश दिया। रितिका व उनके परिवार को भी राड्स संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर समाजसेवी प्रेम सिंह चौहान रितेश, कुंभीबाला भट्ट, लक्ष्मी बहुगुणा, युद्धवीर सिंह, कुशाल सिंह, जगदीश बडोनी, मनोज नाकोटी, बीना देवी, अमृता राणा समेत कई लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने बेटियों की इस साहसिक पहल की सराहना की।
अभियान का उद्देश्य समाज में शराब जैसी बुराइयों को समाप्त कर सकारात्मक संस्कारों को बढ़ावा देना है, और यह अभियान अब ग्रामीण क्षेत्रों में धीरे-धीरे सामाजिक परिवर्तन का आधार बनता जा रहा है।