"आज का भारत – पहलगाम की पुकार"
(हन्नु गोयल द्वारा व्यक्त भावना)
"आज का भारत – पहलगाम की पुकार"
(हन्नु गोयल द्वारा व्यक्त भावना)
ये आज का भारत है, कमजोर नहीं,
हर वार का देता जवाब सही।
ना सहता आतंक की कोई बात,
घर में घुस कर करता है घात।
पहलगाम की घाटी गवाही दे रही है,
कैसे राक्षसों की सोच अभी भी जहर फैला रही है।
धर्म पूछकर मारे निर्दोष,
इंसानियत का किया सबसे घिनौना ख्रोश।
पर ये देवों की भूमि है, ये सहन नहीं करेगी,
हर आँसू का बदला, अब धरती यहीं लेगी।
जहाँ भगवानों ने राक्षसों को हराया था,
अब वहीं भारत का वीर सेना बन कर आएगा।
हम चुप नहीं बैठेंगे, ये अब नया भारत है,
जो आँख उठाएगा, उसका अंत निश्चित है।
ना मज़हब देखेगा, ना जात पूछेगा,
जो निर्दोष पर वार करेगा, वो सज़ा भूलेगा नहीं — ये वादा है।
Air strike, surgical strike — सब चेतावनी थी,
अब जो बचे हैं, वो भी जल्द कहानी होंगे किसी।
भारत अब चुप नहीं, ये आवाज़ है न्याय की,
रक्त का बदला लेंगे हम, हर निर्दोष की सिसकी की।
पहलगाम की हर वादी अब बोलेगी —
"ये देवभूमि है, राक्षसों के लिए नहीं बचेगी।"
अब घर में घुस के मारेंगे हम,
क्योंकि ये भारत है — नया भारत है।
— हन्नु गोयल