
खरड़ में जलभराव और डंपिंग ग्राउंड से उठती दुर्गंध ने किया जनजीवन बेहाल, जीरो वेस्ट मैनेजमेंट पर सवाल
खरड़, 7 मई – खरड़ शहर में जलभराव की समस्या और डंपिंग ग्राउंड से उठती दुर्गंध ने स्थानीय निवासियों का जीना दूभर कर दिया है। बरसात के बाद सड़कों पर पानी भरने से जहां ट्रैफिक और आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है, वहीं डंपिंग ग्राउंड से फैल रही बदबू ने क्षेत्रवासियों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं से जूझने पर मजबूर कर दिया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर परिषद (MC) द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं की गई है। वेस्ट मैनेजमेंट शून्य स्तर पर है और डंपिंग साइट के आसपास रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत, त्वचा संबंधी रोग, और बच्चों व बुजुर्गों में एलर्जी जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि नगर परिषद इन हालात के बावजूद डंपिंग ग्राउंड के आस-पास नई कॉलोनियों को मंजूरी दे रही है। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरणीय खतरों को नजरअंदाज कर, केवल रियल एस्टेट विकास को प्राथमिकता दे रहा है।
स्थानीय निवासी रेखा शर्मा ने बताया, "बारिश के बाद पूरे इलाके में कीचड़ और बदबू फैल जाती है। घरों में भी बदबू घुस आती है, बच्चों को बार-बार बीमार पड़ना पड़ता है।"
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जल्द ही कचरा प्रबंधन की ठोस नीति नहीं अपनाई गई और डंपिंग ग्राउंड को स्थानांतरित नहीं किया गया, तो आने वाले समय में स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
स्थानीय लोगों ने नगर परिषद से मांग की है कि डंपिंग ग्राउंड के पास कॉलोनी मंजूरी की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगे, और जलभराव व दुर्गंध की समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए।