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ऐसी चुनी सरकार की कहने को सब कुछ,पर जनता की समस्याओं के लिए देने को कुछ नही।* सार्वजनिक निर्माण विभाग को विवश देख,जनता ने खुद भर दिया रपट के प्राण घातक गड्ढे को।



छबड़ा:छबड़ा कस्बे की मुख्य सड़क और ग्रामों की सम्पर्क सड़कों से आये दिन चलने वाले सरकारी अभियानों के तहत रोज गुजरते है इन सडकों से हर विभाग के,सरकारी नेता ,अधिकारी,कर्मचारी ओर छबड़ा विधान सभा के लिए काम करने वाले अन्य झेला झेलने वाले,जनप्रतिनिधि,लेकिन कल्याणकारी सरकार को कुछ बताने में शायद सब मोन साधे हुए है या फिर,अभी भी आंखों से विकास के लिए अविकास की पट्टी नही हटाई,सरकार तो शायद इस क्षेत्र की पोर्टल पर डली शिकायतों को नही सुनने का प्रण ले चुकी है,सरकार के कर्मचारियों का पोर्टल से फोन आता है आपकी शिकायत समन्धित विभाग को निस्तारण के लिए भेज दी गयी है और शिकायत निवारण हो गया,शिकायत कर्ता इस इंतजार में है कि शिकायत निवारण कौन ओर कब करेगा? सरकार ने अभी हाल ही में ब्लॉक से लेकर राज्य स्तर तक के कर्मचारियों को सम्पर्क पोर्टल ओर जनता के अन्य अच्छे कार्य के लिए,सम्मान पत्र भी बांट दिए, हो गये जनता के सारे काम।समाचार पत्र भी समस्याएं लिख-लिख,हारे पर नही सुन रही सरकार छबड़ा के सम्पर्क सड़क मार्गो की पुकार।मई मास चल निकला तेज गर्मी से ओर सड़कों की उड़ती धूल से जनता परेशान है।विभाग शायद वर्षा ऋतु का कर रहा है इंतजार,फिर ताबड़ तोड़ भरेंगे गड्ढे,सड़कों पर डालेंगे डामर,बनाएंगे सीसी सड़क ओर फिर उन्हें वर्षात ले जायेगी उखाड़,गड्ढे भरे ना भरें मरम्मत के पैसे से हर वर्ष की भांति किस-किस की जेब भर जायेगी जनता को तो कुछ पता ही नही चलेगा।भुवाखेड़ी रोड़ की एक रपट को किसानों नें रोज-रोज के ट्रेक्टरों के पहियों के हानि-लाभ से बचने के लिए रपट के गड्ढे को तो ग्राम के कुछ युवाओ ने ही मुरम,मिट्टी भरकर,रास्ता अभी सुलभ कर दिया लेकिन बारिश बहा ले जायेगी मिट्टी।इसी प्रकार,भुवाखेड़ी पंचायत के पहले ओर बाद में एक रपट ओर गुठान के खाल की पुलिया जलमग्न होकर 5 वर्ष से भी अधिक समय से प्राण लेवा बन रही है।किसान नेता प्रेम सिंह मीणा ने कहा कि 1 मई को मजदूर दिवस पर मोतीपुरा थर्मल का निरीक्षण करने आये ऊर्जा मंत्री,हीरा लाल नागर का भी सामना छबड़ा कस्बे की मुख्य सड़क से हुआ होगा,धरनावदा रोड़ तो मोतीपुरा सीसी है,कोई समस्या नही लेकिन बेथली नदी की पुलिया से काफिला गुजरा होगा तब ,पुलिया के एक ओर भूलोंन की तरफ जानलेवा खड्डा,गड्डा है जरूर नजर आया होगा,लेकिन सार्वजनिक निर्माण विभाग अधिकारियों की नजर अभी तक भी सड़क के गड्ढे पर नही पड़ी,इस पुलिया से ग्राम के घरों से बहने वाले पानी के लिए नाली नही होने से बहकर आया पानी इसमे भर जाने से यह गड्डा अंधा हो गया,जो भी छोटा या बड़ा भारी वाहन आता है तो इसमें पहिए गिरते है तब जाकर,ड्राइवर को पता चलता है,गुरुवार को मंत्री जी के साथ आये अनजान लोगों की गाड़ियां ओर मोटर साइकिले इससे होकर गुजरी तो लोगो को अनुभव हुआ कि सार्वजनिक निर्माण विभाग शायद बिना नेताओ के कहे कोई काम नही करेगा,सरकार को प्रस्ताव भी विभाग नेताओ के कहने पर ही भेजेगा,जनता शिकायत करती रहे या स्वयं मौत से जूझे इन्हें कोई फ़र्क नही पड़ता।छबड़ा क्षेत्र की जनता ने तो फूलों का सत्यानाश कर दिया,नेताओं के ग्रामो के दौरों पर ओर कर्मचारियों,अधिकारियों के अभियानों पर माला पहना-पहना कर। नेता ओर अधिकारी भी फूलों की खुशबू से मदहोश है,विकास ओर नव निर्माण के लिए तो सरकार के कार्यकाल पूरा होने पर ही नींद से जागेंगे।जनता फिर ,नारों से मूर्ख बनेगी ओर इन्हें ही चुनेंगी क्योकिं वो स्वयं के दिमाक का उपयोग कम ही करती है।छबड़ा की जनता की रीत सदा से चली आयी है,प्राण जाय पर एक बार भी वचन नही जाना चाहिए।यहां लोग भेदभाव को छोड़,स्वतन्त्रता के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार को नही चुनेगें,एक बार नागनाथ तो दूसरी बार सांपनाथ,को ही चुनेगें ओर अपना प्रण, वचन निभायेंगे।काम हो ना हो,सरजीवन ब्यूटी क्षेत्र में कोई हनुमान लाए ना लाए,नेताओं की कालनेमि की चालों ओर उसके जाल में ही फसेंगी यहां की जनता।जागो जनमत जागो अब तो अपने हक पहचानों।

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