धर्म के नाम पर हमला हुआ, और भारत के 56 इंची प्रधानमंत्री जाति जनगणना करवा रहे हैं, जरा सोचिए कही ये हमला देश के हुक्मरानों के द्वारा सोची समझी साजिश तो नहीं
_*"हे भारतभूमि की प्रजा,*_*पहलगाम हमले में धर्म पूछकर गोली मारी गई*, जिसका भारत सरकार उसके समर्थक और देश का चौथा स्तंभ कहलाने वाला सूचना तंत्र अर्थात मीडिया जगत ने रात दिन सिर्फ एक ही बात दोहराई कि हमला धर्म पूछकर किया गया, तब मैं भारत सरकार और उसके समर्थकों से पूछना चाहता हूं फिर ऐसे ज्वलंत मुद्दे पर जातिगत जनगणना करवाकर क्या संदेश देना चाहती है धर्मवादी सरकार, क्या यह पहलगाम घटना पर से ध्यान हटाने के लिए सरकार का एक राजनीतिक हथकंडा है सत्ता की चाशनी चाटने के लिए _*राजन ! तुम सच में कायर हो*__*या निष्ठुर है हृदय तुम्हारा।*_*निर्दोषों के शव पर तुमने हाय ! ये कैसा फूल चढ़ाया ?**बदला लेंगे ! बदला लेंगे ! वाला झूठा विगुल बजाया।**राजनीति की कुटिल पहेली हम सबने जानी बूझी है।**देश जल रहा क्रोधानल में तुमको जनगणना सूझी है ?*_*छी ! कैसी है सोच तुम्हारी*__*शर्मिंदा है जन जन सारा।*_*नही सुना क्या तुमने उस दिन शैतानों के अट्टहास को ?**क्या तुमने ना देखा उस दिन घाटी में उस दृश्य विषाद को ?**उन मांओं की चीख सुनो तुम जिन्होंने अपना लाल है खोया।**उन वधुओं की माँग निहारो जिन्होंने खुद सिंदूर है धोया।*_*उन अबला के न्यायालय तुम*__*और न्याय का तुम्हीं सहारा।*_*सैनिक सारे धनु पर अपने तीर चढ़ाए बैठे हैं।**हम सब भी शस्त्रों पर अपने धार लगाए बैठे हैं।**राजन ! बस आदेश करो तुम अब हर राज्य तुम्हारा होगा।**सिन्धु से लेकर गांधार तक पुनः स्वराज्य हमारा होगा।*_*कर दो रण का शंखनाद तुम*__*टूट रहा है धैर्य हमारा।*__*राजन तुम सच में कायर हो,*__*या निष्ठुर है हृदय तुम्हारा*_*कुंवर प्रताप यादवेन्द्र सिंह यादव चंद्रवंशी उर्फ़ टाईगर भईया राष्ट्रीय अध्यक्ष वसुधैव कुटुंबकम्*