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ईटिंग डिसऑर्डर: संकेत, कारण और होम्योपैथिक उपचार - डॉ. रजनीश जैन

ईटिंग डिसऑर्डर (Eating Disorder) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो असामान्य खान-पान की आदतों से जुड़ी होती है। यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। श्री आर के होम्योपैथी हॉस्पिटल, सागवाड़ा के डॉ. रजनीश जैन, जो 25 वर्षों के अनुभवी होम्योपैथिक चिकित्सक हैं, इस विषय पर अपना गहन अनुभव साझा करते हैं।

ईटिंग डिसऑर्डर के संकेत
- अत्यधिक या बहुत कम भोजन करना – सामान्य से अधिक या बहुत कम खाने की आदत।
- वजन को लेकर अत्यधिक चिंता – शरीर के वजन या आकार को लेकर अस्वस्थ जुनून।
- भोजन के बाद उल्टी करना – बुलिमिया नर्वोसा में देखा जाने वाला व्यवहार।
- भोजन से बचना या सीमित करना – एनोरेक्सिया नर्वोसा में आम लक्षण।
- अत्यधिक व्यायाम करना – वजन को नियंत्रित करने के लिए अत्यधिक शारीरिक गतिविधि।
- भोजन से जुड़ी भावनात्मक अस्थिरता – खाने के बाद अपराधबोध या शर्मिंदगी महसूस करना।

होम्योपैथिक उपचार
डॉ. रजनीश जैन बताते हैं कि होम्योपैथी ईटिंग डिसऑर्डर के उपचार में प्रभावी हो सकती है। कुछ प्रमुख दवाएं हैं:

- इग्नेशिया (Ignatia) – भावनात्मक अस्थिरता और तनाव से जुड़े ईटिंग डिसऑर्डर के लिए उपयोगी।
- नक्स वोमिका (Nux Vomica) – अत्यधिक खाने और अपच की समस्या में सहायक।
- एंटिम क्रूडम (Antimonium Crudum) – अत्यधिक खाने की प्रवृत्ति को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- लाइकोपोडियम (Lycopodium) – आत्मविश्वास की कमी और भोजन से जुड़ी चिंता को कम करता है।
- पल्सेटिला (Pulsatilla) – भावनात्मक उतार-चढ़ाव और असंतुलित खान-पान की आदतों में सहायक।

ईटिंग डिसऑर्डर से बचाव के उपाय
- संतुलित और पौष्टिक आहार लें।
- मानसिक तनाव को कम करने के लिए ध्यान और योग करें।
- शरीर की सकारात्मक छवि विकसित करें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें, लेकिन अत्यधिक न करें।
- डॉ. रजनीश जैन से परामर्श लें और सही दवा का चयन करें।

डॉ. रजनीश जैन के अनुसार, होम्योपैथी की मदद से ईटिंग डिसऑर्डर की समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए श्री आर के होम्योपैथी हॉस्पिटल, सागवाड़ा से संपर्क करें।

WhatsApp संपर्क: 9950678788 (केवल व्हाट्सएप के लिए)

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