
आतंकी हमले की निंदा करते हुए – एक आवाज़ इंसानियत के पक्ष में
23 April 2025 (पीयूष सोनी) हाल ही में जम्मू-कश्मीर के सुंदर और शांत पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस भयावह घटना में कई निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिससे न केवल मानवता शर्मसार हुई है, बल्कि यह हमारी राष्ट्रीय एकता और शांति को चुनौती देने का एक कायरतापूर्ण प्रयास भी है।
एक नागरिक होने के नाते, मैं इस जघन्य आतंकी हमले की घोर निंदा करता हूँ। यह हमला न केवल हमारे देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देने की कोशिश है, बल्कि यह मानव मूल्यों और सांप्रदायिक सौहार्द्र पर भी एक आघात है। ऐसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि आतंक की ताकतें अब भी हमारे देश की शांति और स्थिरता को भंग करने की साजिशें रच रही हैं।
पहलगाम, जो कि प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन का प्रतीक है, को हिंसा और खून-खराबे का मैदान बनाने की कोशिश ने एक बार फिर हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हम कितने सुरक्षित हैं। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत की आत्मा मजबूत है – हमारे जवान, हमारे नागरिक और हमारा संविधान आतंक के खिलाफ एकजुट हैं।
इस हमले में शहीद हुए लोगों को मैं भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूँ। साथ ही, मैं यह अपील करता हूँ कि सरकार और सुरक्षाबल इस हमले के पीछे छिपी ताकतों को बेनकाब कर सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
हमारा देश एक बार फिर इन काले साए से बाहर निकलेगा। हमें एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़े रहना है।
जय हिन्द।