
पहलगाम में हुए आतंकी हमले की घोर निंदा
कल J&K के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से मन अशांत एवं दुःखी है।
उन्हें धर्म पूछ-पूछ कर मारा गया। और एक को केवल इसलिए ( मोदी को बता देना कहकर) छोड़ा गया ताकि वो मोदी को खुली चुनौती का संदेश भेज सकें। एक अकेला मोदी अकेला क्या कर सकता है। वो जब से सत्ता सम्हाला है तबसे इन भितरघाती देशद्रोहियों की आंखों की किरकिरी बना हुआ और तब से ये लोग उसे लगातार गाली देने का काम करते रहे हैं।वो देश से नक्सलवाद खत्म करना चाहता है...वो देश से आतंकवाद खत्म करना चाहता है। लेकिन सबसे पहले इन विधर्मी देशद्रोहियों का समुचित इलाज करना होगा। जो मौका पाकर विदेशों में जाकर अपने देश की बुराई करते हैं...जो अपने निजी स्वार्थों के चक्कर में जातिवाद एवं परिवारवाद की राजनीति करते हैं...जो हमारे देश की सेना का मनोबल तोड़ते हैं और सेना द्वारा की गई कार्रवाई का सबूत मांगते हैं...जो अपने धर्म को गाली देते हैं और दूसरे के धर्म के तलवे चाटते हैं...अरे भाई भीम आर्मी बनाने वाले...पीडीए बनाने वाले तुम लोग अपनी राजनीति चमकाओ सब ठीक है, लेकिन कभी देश के लिए एक होना भी सीखो। नहीं तो एक दिन तुम्हारा भी यही हश्र होगा इन आतंकियों द्वारा....