
जिसो फाउंडेशन हर जैन व्यक्ति को दे रहा है डिजिटल पहचान, दादर वेस्ट में हुए कैंप में कई लोगों ने सेवा का लाभ लिया
दादर पश्चिम में हुए जिसो इवेंट से कई जैन समुदाय के लोगों ने जिसो सेवा से जुड़ कर सेवा का लाभ लिया । जिसो की टीम ने भी पूरी तरह लगन से बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया ।
जिसो फाउंडेशन जिसे जैन इंटरनेशनल सेवा ऑर्गेनाइजेशन के नाम से भी जाना जाता है, यह एक वैश्विक डिजिटल महा संगठन है, जिसकी स्थापना प्रख्यात समाजसेवी, टेक विजनरी और दूरदर्शी नेतृत्वकर्ता श्री सुरेशजी पुनमिया द्वारा की गई।
इस संगठन का उद्देश्य है कि जैन समाज के चारों प्रमुख संप्रदायों (श्वेतांबर, दिगंबर, स्थानकवासी और तेरापंथ) को एक एकीकृत डिजिटल मंच पर लाकर, सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता के माध्यम से समाज को सशक्त बनाना।
जिसो का उद्देश्य हर जैन व्यक्ति को निःशुल्क डिजिटल पहचान और JISO Jain Minority Card – के रूप में जोड़ना।
समाज के जरूरतमंद, मध्यम वर्गीय परिवारों, छात्रों, व्यापारियों व सेवाभावी संस्थाओं को एक दूसरे से जोड़कर सहयोग की एक डिजिटल श्रृंखला बनाना। सेवा, सुरक्षा और समर्पण के माध्यम से एक मजबूत, संगठित और स्वाभिमानी जैन समाज का निर्माण करना।
JISO Foundation एक ऐसा डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म तैयार कर रहा है, जो समाज के प्रत्येक वर्ग को सशक्त बनाने हेतु विविध सेवाएं प्रदान करेगा, जिसमें
JISO Health Care – रियायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य और डायग्नोस्टिक सेवाएं।
JISO Minority Card – सरकारी योजनाओं, अल्पसंख्यक लाभों और निजी सेवाओं तक आसान पहुँच।
JISO Educational Support – छात्रों के लिए मार्गदर्शन, छात्रवृत्ति और जैनोलॉजी शिक्षा का प्रचार।
Matrimonial App – सभी संप्रदायों के लिए एकीकृत और पारदर्शी वैवाहिक मंच।
Step-Up B2B E-Commerce – व्यापारी वर्ग के लिए व्यापार विस्तार का एक सुरक्षित और सरल डिजिटल बाज़ार। e-Governance सेवा अभियान – आधार कार्ड, ई-श्रम कार्ड, आयुष्मान भारत और EWS जैसे प्रमाणपत्रों की सरल डिजिटल सेवा।
Empowerment Programs – महिलाओं, युवाओं और रोजगार चाहने वालों के लिए आत्मनिर्भरता अभियान।
Sadharmik Helpdesk – जरूरतमंद जैन भाइयों के लिए संस्थाओं का समन्वय और सहायता तंत्र।
जिसो के संस्थापक श्री सुरेशजी पुनमिया है , सुरेशजी पुनमिया सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक आंदोलन हैं – जैन समाज की एकता, डिजिटल उन्नयन और सेवा संकल्प के सूत्रधार।
उनकी दूरदर्शिता से प्रेरित होकर JISO आज न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जैन समाज की पहचान को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की दिशा में कार्यरत है। वह कहते है कि
"सेवा, शिक्षा और संगठन से ही समाज सशक्त होता है। और जब पूरा समाज एक साथ जुड़ता है, तो असंभव कुछ भी नहीं रहता।" जिसो से जुड़ने के लिए आप सिर्फ आप एक मिसकॉल करें और व्हाट्सएप पर जैन मेनोरिटी कार्ड प्राप्त करें -: 9059054563