
इतिहास रचने वाली उड़ान: पहली बार 6 महिलाओं ने एक साथ की अंतरिक्ष यात्रा, कैटी पेरी और लॉरेन सांचेज भी रहीं शामिल
AABHUSHAN WORLD News
[Vinod Verma] : अंतरिक्ष की ओर एक ऐतिहासिक कदम सोमवार का दिन महिलाओं के अंतरिक्ष इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ, जब पहली बार छह महिलाओं ने एक साथ अंतरिक्ष की सैर की। इस ऐतिहासिक मिशन का नेतृत्व किया अमेरिका के उद्योगपति जेफ बेजोस की अंतरिक्ष कंपनी ब्लू ओरिजिन ने। यह उड़ान कंपनी के न्यू शेपर्ड मिशन (NS-31) का हिस्सा थी।
11 मिनट में तय किया 212 किलोमीटर का सफर
यह मिशन टेक्सास के वैन हॉर्न लॉन्च पैड से सोमवार शाम 7 बजे लॉन्च हुआ और करीब 11 मिनट में सफलतापूर्वक धरती पर लौट आया। रॉकेट ने कुल 212 किलोमीटर की दूरी तय की—स्पेस तक का आना-जाना मिलाकर। इस छोटी लेकिन ऐतिहासिक यात्रा में यात्रियों ने कुछ देर के लिए भारहीनता (zero-gravity) का भी अनुभव किया।
कौन-कौन थीं इस मिशन में शामिल?
इस मिशन की खास बात यह थी कि इसमें शामिल सभी यात्री महिलाएं थीं। यह 1963 के बाद पहली बार हुआ जब कोई "ऑल वुमेन क्रू" अंतरिक्ष गया हो। इससे पहले रूसी इंजीनियर वेलेंटीना तेरेश्कोवा ने एकमात्र महिला यात्री के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा की थी।
इस बार अंतरिक्ष की सैर पर गईं महिलाएं थीं:
कैटी पेरी – विश्व प्रसिद्ध पॉप सिंगर
लॉरेन सांचेज – जेफ बेजोस की मंगेतर और मीडिया पर्सनैलिटी
गेल किंग – अमेरिकी टीवी होस्ट और पत्रकार
अमांडा गुयेन – मानवाधिकार कार्यकर्ता और नोबेल शांति पुरस्कार की नामांकित
केरियन फ्लिन – फिल्म निर्माता
आइशा बोवे – नासा की पूर्व रॉकेट साइंटिस्ट
कितनी थी इस सैर की कीमत?
ब्लू ओरिजिन के प्रवक्ता बिल किर्कोस ने CNN को जानकारी दी कि इस यात्रा की औसतन कीमत करीब 1.15 करोड़ रुपए (लगभग 138,000 डॉलर) थी। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि किन लोगों ने इस यात्रा के लिए भुगतान किया और कौन इस मिशन का हिस्सा फ्री में बना।
महिलाओं के लिए नई उड़ान
यह मिशन तकनीकी रूप से छोटा भले ही रहा हो, लेकिन सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण था। यह उड़ान महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनकर उभरी, और आने वाले समय में महिलाओं की अंतरिक्ष विज्ञान में भागीदारी के नए रास्ते खोल सकती है।
ब्लू ओरिजिन का उद्देश्य
जेफ बेजोस की ब्लू ओरिजिन का न्यू शेपर्ड प्रोग्राम खासतौर पर सबऑर्बिटल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य आम नागरिकों को भी अंतरिक्ष का अनुभव देना है। NS-31 मिशन इस दिशा में एक सफल और प्रेरणादायक कदम रहा।