
*"Missing Anamika from Uttarakhand" की शूटिंग का चौथा दिन — समाजसेवियों, कलाकारों और मीडिया के सहयोग से हुआ गरिमामय समापन*
*"Missing Anamika from Uttarakhand" की शूटिंग का चौथा दिन — समाजसेवियों, कलाकारों और मीडिया के सहयोग से हुआ गरिमामय समापन*
*भिवानी, 8 अप्रैल:* चार दिवसीय शूटिंग शेड्यूल के अंतिम दिन सामाजिक विषयों पर आधारित फिल्म *"Missing Anamika from Uttarakhand"* का समापन भव्य एवं गरिमामयी वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस फिल्म ने केवल एक सशक्त संदेश देने की दिशा में कदम नहीं बढ़ाया, बल्कि एकजुट टीम वर्क और सामाजिक सहयोग का भी सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।
### मुख्य अतिथि का सम्मानजनक उद्बोधन
*चौथे दिन की शूटिंग का शुभारंभ* हुआ *वर्धमान ज्वैलर्स के श्री सचिन जैन* की मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति में। उन्होंने *नारियल फोड़कर और भगवान गणेश के समक्ष दीप प्रज्वलन कर* शूट की शुरुआत की। उन्होंने कहा:
_“एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते मैं मानता हूं कि इस प्रकार की फिल्मों को बढ़ावा देना आवश्यक है, क्योंकि ये समाज में जागरूकता और संवेदनशीलता लाती हैं। इस फिल्म की विषयवस्तु निश्चित रूप से लोगों को सोचने पर मजबूर करेगी।”_
### गणमान्य व्यक्तियों और प्रशासन का योगदान
इस चार दिवसीय शूटिंग को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने में कई प्रमुख व्यक्तियों का विशेष सहयोग रहा:
*डॉ. अत्तर सिंह यादव (सेवानिवृत्त प्राचार्य), डॉ. पवन मित्तल (प्राचार्य, लिटिल हार्ट पब्लिक स्कूल), डॉ. पुलकित पाहुजा (प्राचार्य, भिवानी पब्लिक स्कूल)* एवं *IAS डॉ. दिलीप सिंह* ने न केवल मार्गदर्शन प्रदान किया, बल्कि शूटिंग स्थल पर पूर्ण समर्थन देकर इस कार्य को सफल बनाया। *स्थानीय प्रशासन* ने भी हर स्तर पर सहयोग दिया, जिससे शूटिंग प्रक्रिया बिना किसी बाधा के संपन्न हुई।
### कलाकारों और तकनीकी टीम की दमदार उपस्थिति
*मुख्य कलाकार*: *मनोज राठी, शनाया खन्ना, पारस, तनुज पाठक, चेतांशी, पंकज गुप्ता, भावना शर्मा, जे.डी. बल्लू, राजेश मालगुड़ी, वीरू चौधरी, माला सालोनिया, बाल कलाकार अमृत, अमित कौशिक* और *पवन कौशिक* — सभी ने अपने अभिनय से फिल्म में जान डाल दी है।
*रचनात्मक और तकनीकी टीम* में:
- *लेखक*: कृष्ण भारद्वाज
- *निर्माता*: संजय शर्मा 'बाबा'
- *निर्देशक*: विनोद दीक्षित
- *आर्ट डायरेक्टर*: विश्वजीत
- *मेकअप*: सपना
- *कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर*: शालिनी
*आर्ट डायरेक्टर विश्वजीत* की परिकल्पना और मंच सज्जा ने फिल्म के दृश्य प्रभावों को और अधिक सशक्त बनाया। *पत्रकार बंधु वेद प्रकाश भारती* और *डॉ. सतेंद्र सिवाच* ने फिल्म के प्रचार-प्रसार और कवरेज में सराहनीय योगदान दिया। उनकी मौजूदगी और मीडिया सपोर्ट ने इस फिल्म को एक व्यापक मंच दिया है।
### रिलीज़ की तैयारी और उम्मीदें
*फिल्म अक्टूबर 2025 तक रिलीज़ होने की संभावना है*, और इसे थिएटर के साथ-साथ *OTT प्लेटफॉर्म्स* पर भी रिलीज़ किया जाएगा। उम्मीद है कि यह फिल्म न केवल दर्शकों का मनोरंजन करेगी, बल्कि समाज में एक नई सोच का संचार भी करेगी।