logo

भगत फूल सिंह जी उतर भारत के महात्मा ज्योतिबा फुले-कुलपति प्रो सुदेश

भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय में महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर एक व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिला विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता, हिंदी एवं विधि विभाग के संयोजन से कार्यक्रम का आयोजन विधि विभाग के सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो सुदेश ने की । कार्यक्रम के बीज वक्तव्य के रूप बी आर अंबेडकर चेयर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ प्रीतम सिंह,ने छात्राओं को सम्बोधित किया । कार्यक्रम का प्रारंभ विधि विभाग प्रथम वर्ष की छात्राओं द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले एवं सावित्रीबाई फुले पर एक लघु नाटिका मंचन के द्वारा हुआ।  
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कुलपति प्रो सुदेश ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले पर बोलते हुए कहा कि वो न केवल एक समाज सुधारक थे अपितु एक शिक्षाविद और लेखक भी थे। 19 वीं शताब्दी में जब समाज जाति और लैंगिक भेदभाव  जूझ रहा था, तक ज्योतिबा फुले ने सामाजिक न्याय , शिक्षा और समानता के लिए निर्णायक आंदोलन खड़ा किया था। प्रो सुदेश ने भगत फूल सिंह जी को उतर भारत का महात्मा ज्योतिबा फुले बताया।    
डॉ प्रीतम ने महात्मा ज्योतिबा फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए जाति प्रथा उन्मूलन, सती प्रथा, दहेज प्रथा, नारी शिक्षा आदि पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे ज्योतिबा फुले ने प्रथम बार महाराष्ट्र के पुणे में नारी शिक्षा हेतु एक विद्यालय का प्रारंभ किया। समाज में नारी शिक्षा को लेकर प्रबल विरोध के बावजूद भी उन्होंने उस क्षेत्र में अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले के साथ मिलकर अथक मेहनत व प्रयत्न किया। निदेशक छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर श्वेता हुड्डा ने कार्यक्रम की महत्व पर प्रकाश डाला।वक्ताओं का परिचय विधि विभाग अध्यक्ष डॉ सीमा दहिया ने किया। कार्यक्रम धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग अध्यक्ष प्रो मूर्ति मलिक ने किया। प्रोफेसर मूर्ति मलिक ने कार्यक्रम संयोजन टोली के साथ-साथ सभी अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ अशोक,डॉ संध्या, डॉ पूजा, डॉक्टर स्वीटी, डॉ आनंद, डॉ संजीव, डॉक्टर राजेश, डॉ स्नेह, डॉ दुर्गेश, डॉ कमल, डॉ कुलदीप, रविंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन :-01 . कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि व आयोजक .  

13
1155 views