
सिद्धार्थनगर का सबसे बड़ा खुलासा: स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड का तीन दिन में पर्दाफाश, 6 गिरफ्तार।
सिद्धार्थनगर। जिले के मोहना थाना क्षेत्र में हुई स्वर्ण व्यवसायी सुनील वर्मा की निर्मम हत्या का पुलिस ने महज तीन दिन में खुलासा कर दिया है। मोहना पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ के दौरान एक आरोपी को गोली मारकर गिरफ्तार किया, जबकि अन्य पांच को दबोच लिया गया। पुलिस की इस तेज़ कार्रवाई की सराहना करते हुए एसपी ने पूरी टीम को ₹20,000 के नकद इनाम की घोषणा की है।
हैरान कर देने वाली साजिश: हार के लिए रची गई हत्या की पटकथा
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि हत्या की साजिश हबीबुल्लाह नामक व्यक्ति ने रची थी, जो आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। कुछ महीने पहले उसने अपनी बहन का सोने का हार बेच दिया था और अब उसे वापस करने का दबाव था। कर्ज और बदनामी के डर से उसने पत्नी जुबैदा और बेटे शहजाद के साथ मिलकर सुनियोजित ढंग से सुनील वर्मा को जाल में फंसाया।
घटना के दिन सुनील वर्मा को पुराने घर बुलाया गया। हबीबुल्लाह और जुबैदा बहाना बनाकर घर से निकल गए। इस दौरान शहजाद और उसके तीन दोस्त – इरशाद, दिनेश उर्फ मन्जय और राहुल – पहले से मौजूद थे। उन्होंने लोहे की पाइप से सुनील वर्मा के सिर पर वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आभूषण लूट लिए गए और खून के निशान पानी से धो दिए गए।
शव को जलाने तक का था प्लान
हत्या के बाद शव को बोरे में भरकर बाइक से सुनसान इलाके परसोहीया गांव के पास ले जाया गया, जहां पेट्रोल छिड़ककर उसे जला दिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि टीवी सीरियल देखकर उन्हें फिंगरप्रिंट मिटाने और पहचान छिपाने की यह तरकीब सूझी थी।
नेपाल भागने की फिराक में थे आरोपी
लूटे गए सोने-चांदी के आभूषणों को नेपाल बेचने की तैयारी थी, तभी पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपियों को धर दबोचा। पकड़े गए छह अभियुक्तों में हबीबुल्लाह, उसकी पत्नी जुबैदा, बेटा शहजाद और उसके तीन दोस्त शामिल हैं।
पुलिस की मुस्तैदी और टीमवर्क से यह खुलासा न केवल जिले में कानून व्यवस्था की चुस्ती का संकेत देता है, बल्कि आम जनता के लिए भी यह भरोसे का संकेत है कि अपराधी अब कहीं भी छिप नहीं सकते।