
अगर किसी ग्रुप के क्रेडिट सोसाइटी के संचालक धोखाधड़ी करके लोगों के पैसे लेकर फरार हो गए हैं, तो यह एक गंभीर मामला है। आपको तुरंत निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
अगर किसी ग्रुप के क्रेडिट सोसाइटी के संचालक धोखाधड़ी करके लोगों के पैसे लेकर फरार हो गए हैं, तो यह एक गंभीर मामला है। आपको तुरंत निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
1. पुलिस में शिकायत दर्ज करें
अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर इस धोखाधड़ी के खिलाफ FIR (First Information Report) दर्ज करवाएं। यदि कई लोग ठगे गए हैं, तो सामूहिक रूप से शिकायत करना अधिक प्रभावी हो सकता है।
2. आर्थिक अपराध शाखा (EOW) से संपर्क करें
Economic Offences Wing (EOW) बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी की जांच करता है। अपने राज्य या शहर के EOW कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएं।
3. केंद्रीय रजिस्ट्रार ऑफ को-ऑपरेटिव सोसाइटीज (CRCS) को सूचित करें
CRCS, जो सहकारी सोसाइटियों की निगरानी करता है, इस तरह की धोखाधड़ी की शिकायतें लेता है। उनकी आधिकारिक वेबसाइट (crcs.gov.in) पर जाकर शिकायत दर्ज करें।
4. ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें
RBI Ombudsman (अगर बैंकिंग या वित्तीय अनियमितता हो)
सेबी (SEBI) या MCA (Ministry of Corporate Affairs) (अगर कंपनी पंजीकृत थी)
Cyber Crime Portal (cybercrime.gov.in) पर भी शिकायत करें।
5. अन्य पीड़ितों के साथ मिलकर कानूनी कार्रवाई करें
अगर कई लोग ठगे गए हैं, तो आप क्लास-एक्शन केस दायर कर सकते हैं। किसी अच्छे वकील से सलाह लें और कोर्ट में याचिका दाखिल करें।
6. मीडिया और सोशल मीडिया का सहारा लें
धोखाधड़ी को उजागर करने के लिए स्थानीय मीडिया, न्यूज़ चैनलों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Twitter, Facebook, LinkedIn) पर जानकारी साझा करें। इससे अन्य लोग भी सतर्क होंगे और प्रशासन जल्द कार्रवाई कर सकता है।
ध्यान दें: यदि यह मामला बड़ा घोटाला साबित होता है, तो सरकार या कानून प्रवर्तन एजेंसियां इसमें स्वतः संज्ञान लेकर जांच शुरू कर सकती हैं। इसलिए जितना जल्दी हो सके, उचित कानूनी कदम उठाएं।