logo

ऊँ पट्या, सूरत में ईद का भव्य जश्न: एकता और उल्लास का प्रतीक

ऊँ पट्या, सूरत में ईद का भव्य जश्न: एकता और उल्लास का प्रतीक

सूरत का ऊँ पट्या इलाका हर साल की तरह इस बार भी ईद के जश्न में डूबा रहा। यह त्योहार सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे का भी प्रतीक बना। स्थानीय लोगों ने मिलकर इसे भव्य और यादगार बनाया।

चांद रात की रौनक

ईद की शुरुआत चांद रात से ही हो जाती है। ऊँ पट्या की गलियां बाजारों की चकाचौंध से भर गईं। नए कपड़ों और सजे हुए स्टॉल्स ने माहौल को और भी खास बना दिया। बच्चे आतिशबाजी और खिलौनों में मग्न दिखे, जबकि महिलाएं मेहंदी और चूड़ियों की दुकानों पर खरीदारी करती नजर आईं।

ईद की नमाज और दुआएं

सुबह होते ही हजारों की तादाद में लोगों ने ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा की। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद मुबारक कहा और भाईचारे का संदेश दिया। स्थानीय मस्जिदों में खास दुआएं की गईं, जिनमें देश की शांति और समृद्धि की प्रार्थना की गई।

बाजारों की रौनक और ईदी की खुशी

ऊँ पट्या की गलियों और बाजारों में चहल-पहल देखते ही बनती है। लोग नए कपड़ों और अन्य सामानों की खरीदारी करते नजर आए। बच्चों के लिए ईदी का खास महत्व रहा, जब उन्हें उपहार और पैसे मिले, जिससे उनकी खुशी दोगुनी हो गई।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और समाजसेवा

इस बार ऊँ पट्या में कुछ संगठनों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिसमें कव्वाली, नात-ए-शरीफ और पारंपरिक संगीत प्रस्तुत किए गए। इसके अलावा, स्थानीय सामाजिक संगठनों ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए विशेष सहायता कार्यक्रम और कपड़ों के वितरण का आयोजन किया, जिससे यह त्योहार सभी के लिए खास बन गया।

सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारा

ऊँ पट्या में हिंदू-मुस्लिम एकता की भी मिसाल देखने को मिली। स्थानीय लोगों ने एक-दूसरे को त्योहार की खुशी साझा की। पड़ोसियों और दोस्तों ने मिलकर आपसी सौहार्द्र और प्रेम को और मजबूत किया।

37
8173 views