कला रंग भारती ने भारतीय नववर्ष पर किया सांस्कृतिक आयोजन
मेरठ- कला रंग भारती मेरठ द्वारा आइएमए सभागार में हिन्दू नववर्ष प्रतिपदा पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मेरठ के महापौर हरिकान्त अहलूवालिया ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ हरिकान्त अहलूवालिया, अश्विनी गुप्ता, विनीत शारदा, अमित अग्रवाल व पुनीत सहित सभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से मां भारती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया। संस्था के अध्यक्ष अनिरूद्ध गोयल ने सभी अतिथियों का परिचय कराया तथा कार्यक्रम के अतिथि हरिकान्त अहलूवालिया, अश्विनी गुप्ता, विनीत शारदा, अमित अग्रवाल व पुनीत सहित सभी अतिथियों को पटका, मोतियों की माला पहनाकर व भगवान श्रीराम का स्मृतिचिन्ह देकर डा सुदेश यादव, अजय वर्मा, इन्द्रजीत कथूरिया, अनिरूद्ध गोयल व आदेश ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम में परफॉर्मिंग आर्ट्स विभाग, ललित कला संकाय स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने संगीत की मधुर प्रस्तुतियां दी और उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत भगवान गणेश की वंदना से की। राग बसंत पर आधारित छोटा ख्याल सकल बन फूल रही सरसों के साथ राग बहार में तराना की समूह कथक नृत्य की अत्यंत सुंदर प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरीं। अलीम खान व आलिया खान ने गजल की प्रस्तुति दी। रिया मेहरोत्रा व अंकित ने भगवान शिव पर आधारित शिव स्तुति पर कथक तांडव प्रस्तुत किया कर सभी का मन मोह लिया। संगीतायन इंस्टीट्यूट आफ परफॉर्मिंग आर्ट्स की बाल नृत्यांगनाओं ने कथक नृत्य की विविध प्रस्तुतियां दीं जिसके अंतर्गत डांस दीवाने सिर्फ सिद्ध बाल नृत्यांगना काशवी अग्रवाल ने कथक नृत्य की सोलो प्रस्तुति दी वहीं पार्थ दुआ ने राग दरबारी कनाडा गाकर दशकों से सराहना प्राप्त की। बाल कत्थक नृत्यांगनाओं ने गरज गरज आज में राग कलावती आधारित तराना में समूह नृत्य प्रस्तुति दी व छोटे-छोटे बच्चों ने भी कथक नृत्य की मनमोहन प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संगीतायन के बाल कलाकारों में आर्य रस्तोगी, तरूशी गर्ग, परी चावला, जिया कथूरिया, आरोही शर्मा, मणिकर्णिका, द्युती, देवा लोगानी, श्रेया रस्तोगी, दित्या, प्राची सिंह, सिद्धि रस्तोगी, शशि रस्तोगी, मानवी, आद्या गोयल, वान्या गुप्ता, गुनगुन पाल, प्रज्ञा तिवारी, रिया यादव, रिया आनंद, नम्या जग्गा, ज्योति यादव, काजल चौधरी, सिमरन सिंह, ऐश्वर्या उपाध्याय, पीहू सिंगल, खुशी मल्होत्रा, अंकित कुमार, शिवाली, दर्शनी ने प्रस्तुति दी। नृत्य की सभी प्रस्तुतियों का निर्देशन प्रोफेसर भावना ग्रोवर, अक्षय शर्मा व श्वेता सिंह ने किया साथ ही गायन प्रस्तुतियों का निर्देशन डॉक्टर इंद्रेश मिश्रा ने किया। तबले पर संगति फरदीन हुसैन व हारमोनियम पर उस्ताद महाराज खान ने संगति दी।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कृष्ण कुमार ने वर्ष प्रतिपदा के विषय में बताते हुए कहा— कि भारतीय संस्कृति के हिन्दू नववर्ष का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा से होता है, यह सृष्टि के प्रारंभ का भी दिन है और भारतीय काल गणना इसी दिन से प्रारंभ होती है। अत: इस पावन दिवस में युगाब्ध एवं विक्रमी संवत का प्रारंभ दिवस, श्रीराम एवं युधिष्ठर का राज्याभिषेक दिवस, चैत्र नवरात्रि का स्थापना दिवस, आर्यसमाज का स्थापना दिवस, संत झूले लाल जयंती, गुरू अंगद देव जी का प्रकाश पर्व के अलावा संघ के संस्थापक डा हेडगेवार जी का जन्म दिवस भी है। धन्य है विक्रमी संवत के प्रवर्तक चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य जिन्होंने 2082 वर्ष पूर्व पवित्र भारत भूमि पर आक्रमण करने वाले शक हूणों को जड मूल से समाप्त करके सारे भूमण्डल पर हिन्दुत्व की विजय पताका फहराई।
कार्यक्रम के संयोजक आदर्श गोयल व संचालन नरेन्द्र शर्मा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुदेश दिव्य, अजय वर्मा, इन्द्रजीत कथूरिया, राजीव, सुनील भारद्वाज, डा ईश्वर चंद गंभीर, मनमोहन भल्ला,रजनीश शर्मा, संजीव त्यागी, अनुज शर्मा, चुन्नी रस्तोगी, ऋचा सिंह, लता बंसल, केहर सिंह, नगीन गुप्ता, गिरीश चन्द्र शर्मा, सुनील गुजराती आदि की उपस्थिति रही।