
लगी भीषण आग, न्यू गीता कॉलोनी ज्ञान विहार के सामने की घटना। सीआरपीएफ जवान और मुकेश मिस्त्री ने दिखाई बहादुरी-सच की कलम ✍🏻 अजमेर
अजमेर शहर के न्यू गीता कॉलोनी ज्ञान विहार के सामने खाली प्लॉट में रखे हैं आईजीएल के पाइप में लगी भीषण आग। ये दुर्घटना सुबह करीब 10:00 बजे के आसपास हुई इसी दौरान दो-तीन व्यक्ति आग को देखकर रुक गए, इस दौरान शहर जिला कांग्रेस कमेटी सोशल मीडिया विभाग के जिला अध्यक्ष एवं समाज सेवी पीयूष सुराणा अपने बच्चे अर्हम के साथ दुकान जा रहे थे तो उन्होंने इस आग को देखकर अपनी गाड़ी को रोका और वार्ड वासियों के साथ उन पाइपों को हटाने का प्रयास करने लगे लेकिन अचानक आग बढ़ गई यह देखकर सभी पीछे हट गए। नजदीक के मकान में रहने वाले नरेश रामानी के घर से मोटर चलकर पानी के द्वारा बुझाने का प्रयास किया गया लेकिन पाइप छोटा होने की वजह से पानी वहां तक नहीं पहुंच पाया। साथ ही वार्ड वासियों ने फायर ब्रिगेड,पुलिस प्रशासन, वार्ड पार्षद सभी को लगातार 8 से 10 बार कॉल किया, लेकिन करीब 1 घंटे तक इनमें से कोई भी वहां नहीं पहुंचा और उस दौरान आग ने विकराल रूप ले लिया। इस दौरान आधे घंटे बाद सीआरपीएफ के जवान पानी भरकर ले जा रहे थे तो उन्हें बोलकर यहां लाया गया और सीआरपीएफ के जवान ने अपनी बहादुरी दिखाई साथ ही कनाडिया गांव हाथीखेड़ा के निवासी मुकेश मिस्त्री ने खुद पर पानी डालकर गिला किया और सीआरपीएफ की गाड़ी के पाइप को लेकर आग बुझाने का प्रयास करने लगे, उनकी इस हिम्मत को देखकर लोगों में हिम्मत आई और आग बुझाने का सीआरपी एफ जवान और मुकेश जी ने लगातार 1 घंटे तक प्रयास किया। इस दौरान पीयूष सुराणा ने वार्ड नंबर 4 के पार्षद ज्ञान सारस्वत को सूचना दी सूचना मिलते ही ज्ञान सारस्वत दुर्घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने जानकारी दी की फायर ब्रिगेड को कॉल कर दिया है पहुंचने वाली है जबकि वार्ड वासियों ने व पार्षद प्रतिभा पाराशर ने भी फायर ब्रिगेड को कॉल किया था और 5 मिनट रुकने के बाद फायर ब्रिगेड पहुंची उससे पहले पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी पहुंच गए और 1 घंटे बाद पुलिस प्रशासन अधिकारी, पार्षद,फायर ब्रिगेड अधिकारी पहुंच गए तब तक सीआरपीएफ जवान और मुकेश जी ने आग पर करीब करीब 50% तक काबू पाया। फायर ब्रिगेड आने के बाद आग पर पूर्ण रूप से काबू पा लिया गया।
लेकिन यह दुर्घटना अपने पीछे कुछ सवाल छोड़ गई। दुर्घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने फायर ब्रिगेड अधिकारी, पुलिस प्रशासन और पार्षद को कॉल लगाया और उसके बाद भी 1 घंटे तक इन लोगों का नहीं आना, इसकी वजह से आग से लाखो रुपए का नुकसान होना,नरेश रामानी के मकान को नुकसान होना दुःखद है। यदि ये सब समय पर आ जाते तो ये आग विकराल रूप नहीं लेती और आग पर काबू जल्द ही पा लिया जाता। इस तरह की बड़ी घटना होती है और प्रशासन अधिकारी पार्षद नहीं पहुंच पाते हैं तो भविष्य में आमजन को खुद की सुरक्षा खुद ही करनी पड़ेगी शायद, आज के इस दुर्घटनाक्रम से यह सबक मिलता है। साथ ही वार्ड वासियों और समाज सेवियों के सहयोग से आग पर काबू पाने में मदद मिली।