
पलासी में अलविदा जुमा के बाद वक्फ बोर्ड कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन
पलासी में अलविदा जुमा के बाद वक्फ बोर्ड कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन
पलासी: अलविदा जुमा की नमाज के बाद पलासी की जामा मस्जिद समेत कई मस्जिदों के बाहर नमाजियों ने शांतिपूर्ण तरीके से सरकार द्वारा प्रस्तावित वक्फ संशोधन बिल का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वक्फ बोर्ड की जमीनें न तो किसी व्यक्ति की संपत्ति हैं और न ही सरकार की, बल्कि यह “वक़्फ़ और मुसलमानों की जमीन” हैं।
प्रदर्शन में बरहट के मखमूर हयात, मुफ्ती सालीम, मोबिन अख्तर, शमशाद आलम, हाफिज आफाक, मोहम्मद हस्सान, अवैस आलम, कैसर रजा, मुजाहिद आलम सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए। उनका कहना था कि इस कानून से वक्फ संपत्तियों पर सरकारी हस्तक्षेप बढ़ेगा और धार्मिक संस्थानों की स्वायत्तता प्रभावित होगी।
स्थानीय इमामों और मुस्लिम नेताओं ने सरकार से अपील की कि वह इस कानून पर पुनर्विचार करे और समुदाय के विचारों को भी सुने। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियां मुस्लिम समाज की धरोहर हैं और इस पर किसी भी प्रकार का सरकारी नियंत्रण अनुचित है।
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि वे अपने हक की लड़ाई कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके से लड़ेंगे। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और चर्चा होने की संभावना है, और मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधि इसे लेकर सरकार से बातचीत कर सकते हैं।