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आरोप- मंदसौर में वर्तमान में महीने में मात्र 15 दिन ही पेयजल की सप्लाय, 40 वर्षो में नगर पालिका मंदसौर के बच्चों को एक भी प्ले जोन नहीं दे पाई

महंगाई से परेशान जनता पर करों का बोझ बढ़ाना बेहद निराशाजनक - श्री कुमावत

मंदसौर। जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष और युवा इंटक के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमावत ने मंदसौर नगर पालिका के बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा शासित नगर पालिका मंदसौर ने सभी प्रकार के कर बढ़ाकर पहले से महंगाई को लेकर परेशान जनता पर करो का अतिरिक्त बोझ लाद दिया है। सबसे बडी बात यह है कि नगर पालिका परिषद मंदसौर में वर्तमान में महीने में मात्र 15 दिन ही पेयजल की सप्लाय करती है। इस पर भी नपा ने बजट में 15 प्रतिशत कर बढ़ा दिया है। इसके साथ ही सम्पित्त कर में भी 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है जो सीधे - सीधे आम जनता पर अतिरिक्त मार है। नगर पालिका प्रतिदिन पेयजल तो सप्लाय नहीं कर रही हैं और कर बढा रही है जो कि गलत बात है। इतना ही नहीं । ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन (स्वच्छता) कर में सलाना 60 व 70 रू. की बड़ी वृद्धि की गई है, जबकि स्वच्छता को लेकर कोई सुविधाएं नहीं बढ़ाई गई है। नपा में आवेदन शुल्क की राशि 10 रू. से बढ़ाकर 20 रू. एवं प्रतिलिपि शुल्क 10 रू. से बढ़ाकर 20 रू. प्रति पृष्ठ किया गया है। पशु हाट में आने वाले पशु का प्रवेश शुल्क भी 5 से बड़ाकर 25 रुपए किया गया है। मतलब आय बढ़ाने के लिए भाजपा की नगर पालिका को सिर्फ मंदसौर की जनता की नजर आ रही है। श्री कुमावत ने कहा कि नगर पालिका हर वर्ष बजट में बगीचों के उद्धार और बच्चों के प्ले जोन बनाने की बात करती है लेकिन 40 वर्षो में नगर पालिका मंदसौर के बच्चों को एक भी प्ले जोन नहीं दे पाई है। कुल मिलाकर मंदसौर नगर पालिका का बजट हर बार की तरह इस बार भी सिर्फ आंकड़ो का मायाजाल है।

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