
अखिल विश्व गायत्री परिवार के व्यसन मुक्ति और कुरीति उन्मूलन आन्दोलन के अन्तर्गत दिनांक 26/03/2025 को ग्राम बरवटखेडी में दीपयज्ञ कराया गया है
अखिल विश्व गायत्री परिवार के व्यसन मुक्ति और कुरीति उन्मूलन आन्दोलन के अन्तर्गत दिनांक 26/03/2025 को ग्राम बरवटखेडी में दीपयज्ञ कराया गया है। जिसमें गायत्री शक्तिपीठ छबड़ा के ट्रस्टी श्री छीतरलाल जी गुर्जर ने बताया कि युग तभी बदलेगा,जब मानव में देवत्व जगेगा। व्यक्ति को आन्तरिक और सामाजिक बुराइयों से लडने तथा आदर्शों को अपनाने के लिए आत्मबल और विवेक की दृष्टि चाहिए। आज कमाने और पाने से ज्यादा आवश्यकता संभालने की है। नशे ने स्वास्थ्य, परिवार की सुख शांति, बच्चों का जीवन सब कुछ बर्बाद कर दिया है । तंबाकू सेवन करने से उसका विष मनुष्य के रक्त में उत्तेजना उत्पन्न कर देता है, जिसके प्रभाव से मनुष्य की विभिन्न प्रकार की प्रवृत्तियां उठती है और वह मानसिक व शारीरिक रूप से कुमार्गगामी हो जाता है। जिसके शरीर में विष का प्रभाव होगा,उसका मन अवश्य विषैला होगा और जिसका मन विषैला होगा उसकी बुद्धि कुटिल होगी व जिसकी बुद्धि कुटिल होगी वह अपराध अथवा अनैतिक मार्ग पर आएगा ही तथा समाज में फैली दहेज प्रथा को उन्होंने एक कुप्रथा बताया। और कहा कि खर्चीली शादीयां हमें दरिद्र और भईमान बनाती है। इस कुप्रथा को समाज में बन्द करना है। दीपयज्ञ में ग्राम वासियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया छबड़ा से गायत्री परिवार के ट्रस्टी श्री छीतरलाल जी गुर्जर, श्री दिनेश जी भार्गव, श्री प्रीतम सिंह मेहता, श्री रामचरण प्रजापति श्री नवल-किशोर प्रजापति आदि परिजनों द्वारा दीपयज्ञ कराया गया है