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SGOT (Serum Glutamic Oxaloacetic Transaminase) और SGPT (Serum Glutamic Pyruvic Transaminase) लिवर एंजाइम होते हैं, जिनका स्तर बढ़ने से कई बीमारियों का संकेत मिल सकता है। जाने डॉ रविशंकर प्रसाद से.......

SGOT (Serum Glutamic Oxaloacetic Transaminase) और SGPT (Serum Glutamic Pyruvic Transaminase) लिवर एंजाइम होते हैं, जिनका स्तर बढ़ने से कई बीमारियों का संकेत मिल सकता है। इन एंजाइमों का मुख्य कार्य अमीनो एसिड मेटाबोलिज्म में मदद करना होता है, लेकिन जब लिवर या अन्य अंगों को नुकसान पहुंचता है, तो इनका स्तर बढ़ जाता है।

SGOT और SGPT बढ़ने से होने वाली बीमारियाँ:

1. लिवर से जुड़ी बीमारियाँ

हेपेटाइटिस (A, B, C, D, E) – वायरल संक्रमण के कारण लिवर में सूजन होती है।

फैटी लिवर (Alcoholic & Non-Alcoholic) – लिवर में अतिरिक्त चर्बी जमा होने से।

लिवर सिरोसिस – लिवर का सिकुड़ना और खराब होना।

लिवर कैंसर – लिवर में ट्यूमर बनने से एंजाइम का स्तर बढ़ सकता है।

2. दिल से जुड़ी बीमारियाँ

हार्ट अटैक (Myocardial Infarction) – हृदय की मांसपेशियों को नुकसान होने पर SGOT बढ़ सकता है।

मायोकार्डिटिस – हृदय की सूजन।

3. मांसपेशियों और अन्य अंगों से जुड़ी समस्याएँ

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी – मांसपेशियों का कमजोर होना।

पैंक्रिएटाइटिस – अग्न्याशय में सूजन।

गॉलब्लैडर की समस्याएँ – पथरी या इंफेक्शन।

4. मेडिकेशन और टॉक्सिन्स का असर

कुछ दवाएँ, जैसे कि पेनकिलर, एंटीबायोटिक्स, और स्टेरॉयड, लिवर पर प्रभाव डाल सकती हैं।

अत्यधिक शराब या नशीली चीज़ों का सेवन भी SGOT और SGPT बढ़ा सकता है।

नियंत्रण और बचाव के उपाय

स्वस्थ आहार लें – हरी सब्जियाँ, फल, और कम वसा वाले खाद्य पदार्थ खाएँ।

शराब से बचें – लिवर को स्वस्थ रखने के लिए।

योग और व्यायाम करें – लिवर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।

डॉक्टर से सलाह लें – सही कारण जानने के लिए लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) कराएँ।


अगर आपके SGOT और SGPT लेवल बढ़े हुए हैं, तो लक्षणों के आधार पर डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

डॉ रवि शंकर प्रसाद
जेनरल फिजिशियन
योगेंद्र हेल्थ केयर सेंटर।
नियर बखरी चौक, पटियासा रोड,मुजफ्फरपुर, बिहार।
मोबाइल नंबर -- 9431406774

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