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डी पी राय पुत्र अभिषेक राय मेग्निज खदान मे माइनिंग इंस्पेक्टर ने की जांच बनाया पंचनामा कई बिंदुओं पर पाई गई खामी वही शिकायत करता को दी गई धमकी

दिनाँक 25/03/2025
रिपोटर- जाबिद अली ( जावेद)
*बालाघाट* - कटंगी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पाडरवानी मीरगपुर मे स्थित डी पी राय मेग्नीज़ खदान हैँ। उक्त खदान मे हो रहे अवेध कार्य की जाँच कराने मोरेशर वाडीवे मिरगपुर निवासी ने कलेक्टर महोदय बालाघाट को शिकायत की थी इस को संज्ञान मे लेते हुए कलेक्टर बालाघाट ने जाँच के आदेश मायनिंग अधिकारी को दिया। उसी आदेश के परिपालन मे दिनांक 24/03/25 को माइनिंग इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ पहुचे साथ मे शिकायतकर्ता भी मौजूद थे उनके सामने जाँच की गई जिसमे बहुत गंभीर चीजे सामने आई है सुरक्षा की दृस्टि से माइनिंग मे कार्यरत मजदूरों को सम्पूर्ण किट उपलब्ध नहीं पाई गई किसी के पास हेलमेट किसी के पास जूते ऐसी स्थितियों मे मजदूरों से कार्य करवाया जा रहा है एवं अंडर ग्राऊंड मे सीढ़ियों पर मलमा डला हुआ था जिससे उतरते समय या चढ़ते समय पैर फिसल जाये तो बहुत बड़ी दुर्घटना हो सकती है और 200 के लेवल मे मजदूर समा जायेगा और उसकी मृत्यु हो सकती हैं ऐसी स्थिति मे खदान के कार्य हो रहे है जो बहुत हि चिंता का एवं गंभीरता का विषय है वही सीढ़ियों की स्थिति अच्छी ना होने से जाँच टीम एवं शिकायत कर्ता अंदर तक नही जा सके और आधे रास्ते से हि वापसी हो गये। वही जाँच टीम के साथ रहे शिकायत कर्ता मोरेश्वर वाडीवे को खदान के अंदर उपस्थित राहुल सिंह, विगेश बिसेन द्वारा गाली गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी गई हैँ अब यहा सोचने वाली बात ये है कि इन लोगो की तिरोड़ी थाने मे आयुष लिल्हारे मौत मामले मे एफ आई आर दर्ज हो चुकी है वो भी गंभीर धाराओ मे तब भी ये लोग खुले आम घूम रहे है एवं शिकायत कर्ता को जान से मारने की धमकी तक दे रहे हैँ।जो तिरोडी पुलिस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
ज्ञात हो कि कुछ दिनों पूर्व हि आयुष पिता किशोर लिलहारे की मौत इसी खदान मे कार्य के दौरान हुई जिसकी मौत को छुपाने के लिए कई तरह के हथकंडे खदान के प्रबंधक खदान मालिक के द्वारा अपनाये गये यहा तक कि तिरोड़ी थाने मे पेड़ से गिरने से मौत होना बताया गया था और मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया गया था वही कुछ जागरूक नागरिकों के द्वारा एवं जितेंद्र लिल्हारे उर्फ राजा लिल्हारे द्वारा उक्त मामले को लेकर लगातार मीडिया के माध्यम से उक्त मामले को उठाते रहे तब बालाघाट जिले के पूर्व सांसद कंकर मुंजारे द्वारा मीडिया रिपोर्ट को आधार बनाते हुए सूचना के अधिकार के तहत पुलिस अधीक्षक बालाघाट से जानकारी मांगी गई थी वही आयुष के साथ मे कार्य करने वाले कुछ युवाओ ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन अपनी आवाज़ बुलंद की और बालाघाट एस पी को शपथ पत्र देकर मामले की सच्चाई से अवगत कराया एवं जाँच के लिए निवेदन किया यहा तिरोड़ी पुलिस के ए एस आई उमेश दीयेवार की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही हैँ क्युकी पूरे गाव मे जनचर्चा थी फिर भी दियेवार द्वारा पेड़ से गिरने की कहानी पर विश्वास करते रहे और मामले को दबाने की कोशिस मे लगे रहे।वही आयुष के साथ काम करने वाले सचाई नही बताते तो आज आयुष की मौत राज बनके रह जाती वही खदान मालिक के जो अवेध कार्य है वो निरंतर चलते रहते। हमारे द्वारा थाना प्रभारी तिरोडी से फोन पर बात की तो उन्होंने रिपोर्ट दर्ज होना बताया लेकिन आगे कोई जानकारी नही दी और फोन काट दिया वही उमेश दियेवार द्वारा नंबर ब्लॉक किया गया है जो उनके कार्य शैली का अंदाजा लगाया जा सकता हैं।इस मामले में हमारे द्वारा मोरेशर वाडीवे से पूछा गया तो उन्होंने हमे बताया कि उनकी निजी भूमि को खदान मालिक द्वारा हड़प लिया गया है और उसपे मलमे का पहाड़ बना दिया गया है इस मामले में वो लगातार कलेक्टर साहब के पास जाते रहे हैं 20 बार से ज्यादा वो जन सुनवाई मे जा चुके हैं कलेक्टर साहब द्वारा 29/11/2024 को भूमि खाली करने का आदेश भी दे चुके हैं लेकिन आज तक भूमि खाली नही की गई तहसीलदार द्वारा खदान मालिक को नोटिस देने की बात कर मामले में चुपी साध ली गई है वही खनिज अधिकारी द्वारा खदान मालिक का ही पक्छ लिया जाता है।आज दिनाँक 25/03/2025 को जन सुनवाई मे जाने पर कलेक्टर साहब ने खनिज अधिकारी को जमकर फ्टकार लगाई एवं तत्काल जमीन खाली करवा के देने को कहा गया है। वही मोरेश्वर द्वारा कहा गया है कि हमारी आदिवासी की कोई नहीं सुनता इस लिये अब मै आमरण अनशन करुगा और अपनी भूमि खाली होते तक वही बैठूंगा चाहे जान चले जाये अब ये आखरी लड़ाई होगी।

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