हास्य मिजाज कुशल सराठे का हृदय गति रूकने से निधन
बनखेड़ी। बुंदेलखंडी हास्य कवि स्वर्गीय बालकृष्ण सराठे प्रसून कवि के पुत्र एवम अनिल सराठे के बड़े भाई व नवीन,प्रवीण के चाचा 54 वर्षीय कुशल सराठे का अचानक हृदय गति रूकने से निधन हो गया। हमेशा अपने पिता की तरह हास्य परिहास के मिजाज में रहने वाले कुशल सराठे अपने मोहल्ले ही नहीं अपितु तो पूरे क्षेत्र में अपने हास्य स्वभाव से जाने-पहचाने जाते थे। उनका निराला अंदाज एवं स्वभाव ही उनकी पहचान थी।विगत कई वर्षों से ट्रैक्टर विक्रय में उनकी अहम भूमिका रहती थी। साथ ही बैंक के कार्यों में भी उन्होंने बिजनेस फैसिलेटर की भूमिका अदा की। हमेशा प्रसन्नचित मुद्रा में रहने कुशल सराठे के अचानक चले जाने से नगर व क्षेत्र में माहौल गमगीन हो गया उनके निधन की खबर मिलते ही प्रत्येक व्यक्ति स्तब्ध रह गया। सराठे का अंतिम संस्कार अस्पताल के पास स्थानीय मुक्तिधाम में किया गया। बड़ी संख्या में नगर के नागरिकों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।