
*विश्व जल दिवस पर जागरूकता रैली: पानी बचाने का संदेश लेकर सड़कों पर उतरे छात्र*
*विश्व जल दिवस पर जागरूकता रैली: पानी बचाने का संदेश लेकर सड़कों पर उतरे छात्र*
*बहराइच, 22 मार्च 2025 –* विश्व जल दिवस के अवसर पर मिलेनियम कॉन्वेंट जूनियर हाई स्कूल, अमीनपुर नगरौर, बलरामपुर रोड, बहराइच में विशेष जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अगुवाई स्कूल के प्रधानाचार्य श्री अब्दुल रफी ने की, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।रैली की शुरुआत स्कूल परिसर से हुई और यह अमीनपुर नगरौर से होते हुए दोनक्का चौराहे तक पहुंची। पूरे मार्ग में छात्र-छात्राओं ने "जल है तो कल है," "पानी बचाओ, जीवन बचाओ" जैसे नारे लगाकर लोगों को जल संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान बच्चों ने हाथों में पोस्टर और बैनर लिए जल संरक्षण के महत्व को दर्शाने वाले संदेश प्रस्तुत किए।रैली के दौरान प्रधानाचार्य श्री अब्दुल रफी ने लोगों को पानी की बढ़ती समस्या के प्रति सचेत किया। उन्होंने बताया कि जल संकट आने वाले समय में और भी गंभीर हो सकता है, अगर हमने अभी से सतर्कता नहीं बरती। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे जल का सही तरीके से उपयोग करें, वर्षा जल संचयन करें और अनावश्यक पानी बर्बाद करने से बचें।स्कूल के छात्रों और शिक्षकों ने जल संरक्षण के लिए विभिन्न डेमो प्रस्तुत किए, जिससे यह दिखाया गया कि दैनिक जीवन में पानी की बचत कैसे की जा सकती है। विद्यार्थियों ने वर्षा जल संचयन, टपक सिंचाई पद्धति और पानी के दोबारा उपयोग के महत्व पर भी प्रकाश डाला।रैली और प्रदर्शन को देखकर स्थानीय लोग काफी प्रभावित हुए। उन्होंने छात्रों के इस प्रयास की सराहना की और जल संरक्षण के लिए अपनी ओर से भी योगदान देने का संकल्प लिया।यह जागरूकता अभियान केवल एक दिन के लिए नहीं था, बल्कि इसका उद्देश्य लोगों को जल संरक्षण की ओर प्रेरित करना था। प्रधानाचार्य और स्कूल प्रशासन ने भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही, ताकि अधिक से अधिक लोग इस मुहिम से जुड़ सकें।
विश्व जल दिवस पर मिलेनियम कॉन्वेंट जूनियर हाई स्कूल द्वारा आयोजित इस रैली ने जल संरक्षण के प्रति एक नई चेतना जगाई। छात्रों का उत्साह और जागरूकता फैलाने की उनकी प्रतिबद्धता वास्तव में प्रेरणादायक रही। अगर हम सभी इस संदेश को गंभीरता से लें और अपने दैनिक जीवन में पानी बचाने के उपाय अपनाएं, तो निश्चित रूप से जल संकट से बचा जा सकता है।
*रिपोर्ट मोहम्मद युनुस अंसारी UFT