
नई दिल्ली: डिजिटल इंडिया के बढ़ते कदमों के साथ-साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online Fraud) के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधी नित नए तरीके अपनाकर भोले-भाले नागरिकों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। बैंकिंग धोखाधड़ी, फर्जी कस्टमर केयर नंबर, यूपीआई स्कैम, और साइबर ठगी जैसे मामले रोज़ाना खबरों में आ रहे हैं।
कैसे होता है ऑनलाइन फ्रॉड?
फिशिंग (Phishing): ईमेल, मैसेज या फोन कॉल के जरिए लोगों से उनकी बैंकिंग डिटेल्स चुराई जाती हैं।
केवाईसी (KYC) फ्रॉड: बैंक या डिजिटल वॉलेट कंपनियों के नाम पर लोगों से आधार, पैन, ओटीपी मांगा जाता है।
फर्जी ऐप और वेबसाइट: साइबर अपराधी असली वेबसाइट जैसी दिखने वाली नकली वेबसाइट बनाकर लोगों की जानकारी चुरा लेते हैं।
फेक कस्टमर केयर नंबर: लोग Google या सोशल मीडिया पर हेल्पलाइन नंबर खोजते हैं और फर्जी नंबरों पर कॉल करने से फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं।
लॉटरी और गिफ्ट स्कैम: लोगों को नकली इनाम या लॉटरी जीतने का झांसा देकर पैसे ऐंठे जाते हैं।
भारत में ऑनलाइन फ्रॉड के कुछ ताजा मामले
लखनऊ: एक रिटायर्ड सरकारी अधिकारी से ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड के जरिए ₹5 लाख ठग लिए गए।
मुंबई: एक महिला को कस्टमर केयर सपोर्ट के नाम पर कॉल आया और उसके खाते से ₹2 लाख कट गए।
दिल्ली: एक छात्र को "वर्क फ्रॉम होम" का झांसा देकर उसके खाते से पैसे निकाल लिए गए।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?
✔️ कभी भी किसी से ओटीपी, एटीएम पिन, बैंक डिटेल साझा न करें।
✔️ फर्जी कस्टमर केयर नंबरों से सावधान रहें और केवल आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें।
✔️ फ्री गिफ्ट, लॉटरी, इनाम वाले मैसेज को नजरअंदाज करें।
✔️ Google Pay, PhonePe, Paytm पर अनजान QR कोड स्कैन न करें।
✔️ बैंक या अन्य संस्थाओं द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें।
✔️ अगर धोखाधड़ी हो जाए तो तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करें या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
सरकार की पहल और कड़े कानून
भारत सरकार और साइबर क्राइम विभाग ऑनलाइन धोखाधड़ी रोकने के लिए लगातार कदम उठा रहे हैं। नए डिजिटल सिक्योरिटी नियम बनाए जा रहे हैं, और बैंकों को साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।
निष्कर्ष
डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित बनाने की ज़िम्मेदारी हमारी भी है। सतर्क रहें, जागरूक रहें, और किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें।
अगर आपके साथ या आपके जानने वालों के साथ कोई ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई है, तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं।
Stay Alert, Stay Safe!