क्षेत्रीय विकास पार्टी ने किया "एक अफ्तारी भाई चारे के नाम" कार्यक्रम का आयोजन -राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने एक मंच पर आकर दिया एकता का संदेश
जनपद मुजफ्फरनगर के खतौली में क्षेत्रीय विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवीर सिंह वर्मा टीटू के नेतृत्व में दयालपुरम स्थित लाल दयाल स्कूल के प्रांगण में 'एक इफ्तारी भाईचारे के नाम' से एक भव्य रोजा इफ्तार कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सहित सभी धर्मों के लोग, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनेता, धार्मिक गुरु, व्यापारी एवं शहर के प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान राजवीर सिंह वर्मा टीटू ने सर्वधर्म समभाव और सामाजिक एकता का संदेश देते हुए कहा कि भारत की ताकत उसकी विविधता में है, और सभी धर्मों का मूल संदेश प्रेम, भाईचारा और आपसी सहयोग है। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाए जाने की मांग को दोहराते हुए सभी धर्मों से अपील की कि वे इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए एकजुट होकर प्रयास करें। इस रोजा इफ्तार कार्यक्रम में विभिन्न समुदायों के धर्मगुरु और गणमान्य लोग शामिल हुए, जिन्होंने आपसी सौहार्द्र और भाईचारे का परिचय दिया। इस्लाम धर्म से मौलाना अकील और मौलाना हबीब ने रोजा इफ्तार में शिरकत की और इस्लाम के मूल संदेश – शांति, प्रेम और मानवता पर प्रकाश डाला। हिंदू धर्म से दूधाधारी महाराज अजीत नाथ अपनी टीम के साथ पहुंचे और उन्होंने कहा कि धर्म का असली उद्देश्य समाज में प्रेम और सहयोग बढ़ाना है। सिख धर्म से सरदार जसविंदर सिंह और गुरुद्वारा तहसील रोड के ग्रंथि ज्ञानी ने इस आयोजन की सराहना की। ईसाई धर्म से खतौली अधिष्ठ चर्च के पादरी अम्मीथ होज़मंड ने कहा कि खतौली में पहली बार सभी धर्मों ने एकजुटता और भाईचारे का नारा दिया है, जो समाज के लिए प्रेरणादायक है। राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं ने भी इस आयोजन में भाग लेकर समाज में एकता और शांति बनाए रखने की अपील की। राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के नगर अध्यक्ष नौशाद मोनी ने कार्यक्रम में भाग लिया। समाजवादी पार्टी (SP) के नगर अध्यक्ष इरफान टेम्पो ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। AIMIM के जिला अध्यक्ष मौलाना इमरान अहमद हाशमी ने रोजा इफ्तार में भाग लेकर सामाजिक एकता का संदेश दिया। ब्राह्मण समाज से ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने भी इस आयोजन का समर्थन किया। रोजा इफ्तार कार्यक्रम में कई सामाजिक संगठनों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। रवा राजपूत सामान्य समिति सतासवाडा के अध्यक्ष मनोज चौहान, विक्की राजपूत, गन्ना समिति डायरेक्टर दीपक उर्फ सोनू चौहान ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। स्वर्गीय लाल रामचंद्र सहाय रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ अंकुर प्रकाश गुप्ता "मानव" आधारशिला ग्राम उत्थान सेवा समिति के संस्थापक वसीम अहमद मौजूद रहे एवं कौमी एकता के कार्यकर्ता रियाज सागर साहब की टीम ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रोजा इफ्तारी के बाद मां सरस्वती की प्रतिमा के सामने सामूहिक नमाज अदा की गई, जो इस कार्यक्रम का सबसे महत्वपूर्ण क्षण रहा। यह दृश्य सामाजिक एकता और धार्मिक सहिष्णुता का एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत कर रहा था। इस मौके पर उपस्थित सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर 'हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई भाईचारा जिंदाबाद' का नारा दिया, जिससे पूरे माहौल में एकता और सौहार्द्र की भावना फैल गई। कार्यक्रम के दौरान राजवीर सिंह वर्मा टीटू ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाए जाने की मांग को लेकर सभी धर्मों के लोगों से समर्थन मांगा। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए इसे एक अलग राज्य का दर्जा मिलना जरूरी है, ताकि यहां की जनता को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इस मांग को आगे बढ़ाने के लिए 27 जुलाई 2025 को खतौली के मंडी स्थल पर एक भव्य महा सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी धर्मों और समाज के लोगों से भाग लेने की अपील की गई। जहां जन सुविधा के लिए विशाल स्तर पर स्वास्थ्य जाट शिविर एवं अन्य सामाजिक गतिविधियों का भी आयोजन कराया जाएगा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कई लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनमें आयोजक बिलाल अख्तर, फुरकान, रियाज सागर, मेहराजुद्दीन, अधिवक्ता भूड़ इरशाद, पहलाद राणा, विकास मोतला, शिव कुमार मोतला, कपिल मोतला, राजेंद्र शर्मा, अर्जुन त्यागी, अनुज शर्मा, दीपक बंसल, हाजी इकबाल, सरदार जसविंदर, धर्मेंद्र तोमर, सतीश वर्मा चौपला, गुरुदत्त अरोड़ा, विकास कौशिक, सलीम कुरैशी, जईम हसन कादरी, दिलशाद सिद्दीकी, नासिर सिद्दीकी, अनीस घंटा घर सहित अन्य गणमान्य शामिल थे। खतौली में आयोजित 'इफ्तारी भाईचारे के नाम' कार्यक्रम ने समाज को एकता और प्रेम का संदेश दिया। इस अनूठे आयोजन में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सहित सभी धर्मों के लोगों ने न सिर्फ रोजा इफ्तार किया, बल्कि सामाजिक समरसता की मिसाल भी पेश की। कार्यक्रम में पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग को बल मिला और 27 जुलाई 2025 को होने वाली महा सभा के लिए समर्थन जुटाया गया। इस कार्यक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि धर्म कोई भी हो, उसका मूल संदेश मानवता, प्रेम और भाईचारा ही है। खतौली में इस आयोजन के माध्यम से जो संदेश दिया गया, वह निश्चित रूप से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगा।