नवरात्रि शुभारंभ और घट स्थापना मुहूर्त 2025
[नवरात्रि शुभारंभ घट स्थापना मुहूर्त! माता शक्ति की उपासना के लिए नवरात्रि के पर्व को बहुत शुभ और फलदाई माना जाता है! देवी पूजन का यह पावन पर्व सर में चार बार आता है, जिसमें पहली नवरात्रि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष में, दूसरी नवरात्रि आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में, तीसरी आश्विन मास में और अंतिम नवरात्रि माघ के महीने में पड़ती है चलिए जानते हैं साल 2025 में चैत्र नवरात्र की घटना घट स्थापना कब की जाएगी और इसके नक्षत्र योग और किस दिन कौन सी देवी का पूजा होगा चैत्र नवरात्रि घट स्थापना कब करें?[ चैत्र नवरात्रि घट स्थापना 30 मार्च रविवार (चैत्र शुक्ल प्रतिपदा) घटस्थापना मुहूर्त सुबह 5:52 से सुबह के 9: 59 तक रहेगा: घटना स्थापना अभिजीत मुहूर्त 11.38 से 12 .27 तक प्रतिपदा तिथि प्रारंभ 29 मार्च 2025 शाम 4:27 से शुरू होगा : प्रतिपदा तिथि समाप्त 30 मार्च 2025 दोपहर 12:49 तक होगा चैत्र नवरात्रि के नक्षत्र एवं योग इस बार चैत्र नवरात्रि पर एक साथ कई शुभ संयोग बना रहे हैं नवरात्रि के पहले दिन अभिजीत मुहूर्त के साथ सर्वार्थ सिद्ध अमृत सिद्ध योग, और रेवती नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है सभी मुहूर्त पूजा पाठ के लिए श्रेष्ठ माने जाते हैं : सर्वार्थ सिद्ध योग 31 मार्च को 4:35 से रात्रि 12:25 तक है: रेवती नक्षत्र आरंभ 29 मार्च शाम 7:26 से 30 मार्च शाम 4:35 तक : घटस्थापना करने का सबसे शुभ समय सुबह का होता है, जब प्रतिपदा प्रबल होती है लेकिन यदि किसी कारणवश इस समय घट स्थापना ने की जा सके तो हिंदू मध्यान्ह से पूर्व अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना की जा सकती है 30 मार्च को पहला दिन रविवार मां शैलपुत्री की पूजा: 31 मार्च दूसरा दिन सोमवार मां ब्रह्मचर्य की पूजा: 31 मार्च को ही तीसरा दिन मां चंद्रघंटा की पूजा: 1 अप्रैल चौथा दिन मंगलवार मां कुष्मांडा की पूजा:2 अप्रैल पांचवा दिन बुधवार मां स्कंदमाता की पूजा : 3 अप्रैल छठा दिन गुरुवार मां कात्यायनी की पूजा: 4 अप्रैल सातवां दिन शुक्रवार मां कालरात्रि की पूजा: 5 अप्रैल आठवां दिन शनिवार मां महागौरी की पूजा: 6 अप्रैल नौवा दिन रविवार मां सिद्धिदात्री पूजा और नवरात्रि पारण,: 7 अप्रैल को दसवां दिन दशमी तिथि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन होगा: वही इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिन के रहेंगे 9 दिन में किसी भी तिथि का 6 नहीं होने से इस साल की चैत्र नवरात्रि अधिक फलदाई मानी जा रही है जिसमें भक्ति साधना करने से जात को के लिए उन्नति के द्वार खुलेंगे चैत्र नवरात्रि घट स्थापना के शुभ मुहूर्त पर ही पूजन करें