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नीलम मुक्तावली का विमोचन और काव्य गोष्ठी हुई

मेरठ - राष्ट्रीय काव्य संग्रह मंच के तत्वावधान में फूलबाग कालोनी में होली मिलन समारोह का आयोजन धूमधाम से संपन्न हुआ, जिसमें आमंत्रित कवियों ने जहां एक ओर एक से बढ़कर एक हास्य कविता सुनाकर एक श्रोताओं को लोटपोट कर दिया कर दिया , वहीं दूसरी ओर ऋंगार रस की कविताओं ने समां बांध दिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ नीलम मिश्रा 'तरंग' की मुक्तक संग्रह पुस्तक नीलम मुक्तावली का विमोचन रहा। डॉ मिश्रा अन्तर्राष्ट्रीय काव्य संग्रह मंच की संस्थापिका है। आयोजन में डा मिश्रा ने अपनी पुस्तक के सर्वश्रेष्ठ मुक्तकों को श्रोताओं के साथ साझा करते हुए सुनाया -
जब कभी खुद को, पाओगे तन्हा तुम तो
मुझे महसूस करना हर घड़ी तेरे साथ हूं मैं।
एक दूसरा मुक्त -
खामोशी के शोर से घबरा रही हूं।
भीड़ में खुद को अकेला पा रही हूं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जाने माने इतिहासकार डॉ किरण सिंह ने की। अतिथि रुप में कवि सत्य पाल सत्यम तथा विशिष्ट अतिथि रूप में ओंकार गुलशन उपस्थित रहे। ओंकार गुलशन ने अपने चिर-परिचित अंदाज से बेहतरीन ग़ज़ल सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर डॉ ईश्वर चंद्र गंभीर, साहित्यालोक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुबोध गर्ग, दिल्ली से पधारे समाजसेवी महेश हंसमुख, कलम पुत्र साहित्यिक पत्रिका के संपादक चरन सिंह स्वामी , महाकवि डोरी लाल भास्कर,ध्रुव कुमार श्रीवास्तव की विशेष उपस्थिति रही।
इस अवसर पर आयोजित काव्य गोष्ठी में बिजेंद्र भारती,सुनील शर्मा 'उमंग', तरुण रस्तोगी कलमकार, राम अवतार त्यागी 'राम' ,मंगल सिंह मंगल, प्रदीप भट्ट, पम्पोश स्वामी,हरि नारायण शर्मा, प्रशांत शर्मा दीवान गिरि गोस्वामी तथा कवयित्री पूनम शर्मा,रेखा गिरीश,रामकुमारी, माला सिंह,डॉ चुन्नी रस्तोगी, सरोज दूबे, डॉ स्तुति गिरि आदि ने सरस काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का सफल संचालन नितीश राजपूत ने किया।
प्रस्तुति रही -दिनेश कुमार शांडिल्य एडवोकेट अध्यक्ष सहयोग सामाजिक संस्था मेरठ की

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