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दरभंगा हवाई अड्डा को लेकर की गयी बैठक

दरभंगा। दरभंगा  हवाई अड्डा पर जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. की अध्यक्षता में हवाई अड्डा को विकसित करने हेतु किये जाने वाले कार्य को लेकर बिन्दुवार प्रगति की समीक्षा की गयी।

बैठक में दरभंगा के रेंज ऑफिसर ने बताया कि हवाई अड्डा के बाहर करीब 200-250 नील गाय हैं, जिन्हें हटाने के लिए प्रस्ताव दिया गया था, जो स्वीकृत हो गया है और उसके कुछ अंश का आवंटन प्राप्त हुआ है, जिससे वांछित सामान का क्रय किए गए हैं। 

जिलाधिकारी ने कहा कि जब प्रस्ताव स्वीकृत हो गया है, तो पूर्ण आवश्यक सामग्री के लिए निविदा कर ली जाए तथा कार्य एजेंसी का चयन कर लिया जाए। ताकि जल्द से जल्द कार्य सम्पन्न हो सके। 

बैठक में बताया गया कि यदि यह काम जून 2021 तक सम्पन्न नहीं हुआ तो पुनः बरसात की शुरूआत होने पर उस क्षेत्र में पानी भर जाएगा और यह कार्य इस वर्ष पूरा नहीं हो सकेगा। जिलाधिकारी ने चेतावनी देते हुए रेंज ऑफिसर को हर-हाल में वन विभाग के द्वारा हर-हाल में 15 मई 2021 से पहले नील गाय एवं अन्य जंगली जानवर अन्यत्र शिफ्ट हो जाना चाहिए।

बैठक में एयर फोर्स के विंग कमाण्डर एम. भारद्वाज ने बताया कि हवाई अड्डा की चाहरदीवारी सड़क से कम से कम तीन मीटर ऊँची होनी चाहिए और उसके ऊपर व्यू कट्टर आवश्यक है। वर्त्तमान में बना हुआ चाहरदीवारी 3 मीटर का है, जो सड़क के लेवल तक है, इसलिए लगभग 6.2 मीटर की चाहरदीवारी एक किलोमीटर तक वांछित है।

 
बताया गया कि तार का घेरा(फेंसिंग) का प्रस्ताव विभाग को स्वीकृति हेतु भेजा गया है। भूमि अधिग्रहण की समीक्षा के क्रम में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी,दरभंगा ने बताया कि पूर्व में 24 एकड़ से 44 एकड़ भूमि के प्रस्ताव को बढ़ाकर 31 एकड़ से 44 एकड़ तक किया गया है। जमीन बढ़ाने की वजह में बताया गया कि पहले हवाई अड्डा पर 04 एप्रोन प्रस्तावित था, जिसे बढ़ाकर 07 से 08 एप्रोन कर दिया गया है। बैठक में बताया गया कि अधिकतर जमीन बासुदेवपुर मौजा में पड़ता है। 

बैठक में विंग कमाण्डर ने बताया कि मखाना अनुसंधान केन्द्र की जमीन यू हीं पड़ी हुई है, जिसका उपयोग सी.आई.एस.एफ. ऑफिस एवं अन्य ऑफिस के लिए किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डा के समीप के सड़क पर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है, जिसे हटाने की जरूरत है। 

जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित नगर पुलिस अधीक्षक को अतिक्रमण हटावने के निर्देश दिये। उन्होंने डी.सी.एल.आर. सदर को भी कार्यपालक दण्डाधिकारी प्रतिनियुक्त कर सड़क के किनारे के अतिक्रमण को हटवाने का निर्देश दिये। 

हवाई अड्डा के निदेशक बिपलब कुमार मंडल ने अनुरोध किया कि वर्त्तमान प्रवेश द्वार से हवाई अड्डा के टर्मिनल तक आने वाली सड़क के दोनों ओर तथा प्रवेश द्वार के पास पुलिया पर यदि फाइवर का शेड बनवा दिया जाए तो यात्रियों को गर्मी एवं बरसात में सुविधा होगी।
जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन,दरभंगा को मुख्य द्वार के आगे पुलिया पर फाइबर शेड का निर्माण तथा मुख्य द्वार से हवाई अड्डा के टर्मिनल तक आने वाले रास्ता के दोनों ओर 03-03 फीट में फेवर ब्लॉक बिछाकर फाइबर शेड बनवाने का प्राक्कलन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। 

जिलाधिकारी ने मुख्य प्रवेश द्वार के समीप सिंगल एल.ई.डी. विद्युत लाइट लगवाने के भी निर्देश दिये, ताकि आस-पास के सड़कों पर प्रकाश रहे। 

बैठक में दिल्ली मोड़ से हवाई अड्डा गेट तक फुटपाथ बनवाने तथा आस-पास के बुचर खाना को हटवाने के सुझाव दिए गए। बताया गया कि बुचर खाना रहने से मांसाहारी पक्षी आकर्षित होकर हवाई अड्डा के क्षेत्र में आ सकते हैं, जो सुरक्षा के दृष्टिकोण से उचित नहीं है। 

बैठक के उपरांत जिलाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ मखाना अनुसंधान केन्द्र,दरभंगा तथा एन.एच. - 57 के पास रानीपुर गाँव के समीप अधिग्रहण की जाने वाली जमीन का अवलोकन किया तथा एयर पोर्ट के पदाधिकारियों से इस संबंध में विचार-विमर्श किया।

उन्होंने नगर पुलिस अधीक्षक, दरभंगा को कहा कि हवाई अड्डा के लिए थाना का संस्थापन के लिए रानीपुर का स्थान बेहतर रहेगा। 

बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक अशोक प्रसाद, दरभंगा हवाई अड्डा के निदेशक बिपलब कुमार मंडल, डी.जी. जी.के. चानना, विंग कामाण्डर एम. भारद्वाज, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अजय कुमार, जिला योजना पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, सदर, अंचलाधिकारी, केवटी एवं संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

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